फर्जी सिपाही ने 10 महिला सिपाहियों से रेप किया:8वीं पास है, खुद को बताता था लखनऊ ADG ऑफिस में तैनात; 50 लाख भी हड़पे
फर्जी सिपाही ने 10 महिला सिपाहियों से रेप किया:8वीं पास है, खुद को बताता था लखनऊ ADG ऑफिस में तैनात; 50 लाख भी हड़पे
बरेली में 8वीं पास फर्जी कॉन्स्टेबल ने 10 महिला कॉन्स्टेबल को शादी का झांसा देकर रेप किया। वह पुलिस की वेबसाइट से महिला पुलिसकर्मियों की फोटो और पोस्टिंग की जानकारी चोरी करता था। इसके बाद उन्हें अपने जाल में फंसाता था।
फर्जी कॉन्स्टेबल ने महिला पुलिसकर्मियों से ठगी और फर्जी तरीके से शादी भी की। सबसे पहले उसने एक महिला कॉन्स्टेबल से फेसबुक के जरिए दोस्ती की। फिर शादी का झांसा देकर रेप किया। एक अन्य महिला कॉन्स्टेबल के आधार कार्ड और पैन कार्ड का इस्तेमाल कर लोन लिया था। उसी के आधार पर मंगलवार को आरोपी राजन वर्मा को सैटेलाइट बस अड्डे के पास से अरेस्ट किया।
अब तक लखीमपुर, बरेली, मुरादाबाद और श्रावस्ती की 4 महिला कॉन्स्टेबल राजन के खिलाफ FIR करा चुकी हैं। आरोपी राजन वर्मा ने बताया कि वह मुरादाबाद, लखीमपुर खीरी, श्रावस्ती समेत कई जिलों में 10 महिला कॉन्स्टेबलों से शादी का झांसा देकर संबंध बना चुका है। उनसे 50 लाख रुपए भी ऐंठ चुका है।
फर्जी कॉन्स्टेबल की कई पुलिस अधिकारियों के साथ वर्दी में तस्वीर भी है।
लखीमपुर का रहने वाला है राजन वर्मा
SP सिटी राहुल भाटी ने बताया- राजन वर्मा का लखीमपुर के मिदनिया गांव का रहने वाला है। 13 जुलाई को बरेली के एक थाने में तैनात महिला कॉन्स्टेबल ने कोतवाली में FIR कराई। उसने कहा- मेरी पहचान राजन वर्मा नाम के युवक से हुई।
वह वर्दी में मुझसे मिलने आता था, खुद को सिपाही बताता था। उसने खुद को लखनऊ में ADJ ऑफिस में तैनात बताया। हमारे बीच पहले बातचीत शुरू हुई, धीरे-धीरे दोस्ती हो गई। इस बीच उसने शादी का झांसा देकर मुझसे संबंध बनाए। कुछ दिन बाद लखनऊ में फ्लैट खरीदने के नाम पर साढ़े 6 लाख रुपए भी ऐंठ लिए। इसी तरह लखीमपुर की महिला से 5 लाख, मुरादाबाद की महिला से 8 लाख और श्रावस्ती की महिला से 4 लाख लेने की बात सामने आई है।
लखीमपुर की महिला कॉन्स्टेबल ने खोली थी सच्चाई
लखीमपुर में तैनात एक महिला सिपाही ने भी राजन वर्मा से शादी की। जब उसे पता चला कि राजन 8वीं पास है, तो उसने उससे दूरी बनानी शुरू कर दी। इसके बाद राजन ने अलग-अलग जिलों में महिला सिपाहियों को टारगेट करना शुरू कर दिया। तभी एक महिला सिपाही ने उसके खिलाफ थाने में FIR कराई थी। तब से पुलिस उसको तलाश रही थी।
राजन के वर्दी में अलग-अलग फोटो मिले है। कभी वह खुद को 2011 बैच का सिपाही बताता, तो कभी 2016 बैच का सिपाही बताता।
अलग-अलग जिले की महिला कॉन्स्टेबलों को करता टारगेट
राजन वर्मा बहुत शातिर है। वह अयोध्या में SOG के सिपाही के साथ मिलकर पेठा-मिठाई का कारोबार करता था। जहां वह पुलिस वालों के साथ रहता था। SOG सिपाही उसे हर महीने पैसे भी देता था।
अयोध्या में भी आरोपी ने एक महिला कॉन्स्टेबल को झांसे में लेकर संबंध बनाए। महिला कॉन्स्टेबल को जब पता चला, तो उसने बदनामी के डर से केस दर्ज नहीं कराया।