Jaunpur :झोलाछाप चिकित्सक के उपचार से मासूम की मौत मामले में नहीं हुई कोई कार्यवाही, नाराज ग्रामीणों ने सोमवार की दोपहर सुरेरी थाने पर किया घंटो प्रदर्शन
झोलाछाप चिकित्सक के उपचार से मासूम की मौत मामले में नहीं हुई कोई कार्यवाही,
नाराज ग्रामीणों ने सोमवार की दोपहर सुरेरी थाने पर किया घंटो प्रदर्शन
पुलिस पर मामले में लीपा पोती करने का लगाया आरोप
मड़ियाहूँ विधायक के खिलाफ मुर्दाबाद के लगाए नारे
सुरेरी/जौनपुर। नोनरा ( सियरही )गांव में भदोही जनपद के अनेकपुर से ननिहाल आए 3 वर्षीय आयुष्मान की झोला छाप चिकित्सक के उपचार से बीते 13 सितंबर को मौत हो गई थी। जहां मौत के बाद पीड़ित परिजनों ने सुरेरी थाने पर चिकित्सक के खिलाफ गलत उपचार करने का आरोप लगाते हुए लिखित तहरीर दिया था। परिजनों का आरोप है कि सुरेरी पुलिस चिकित्सक को थाने पर कई घंटो तक बैठाए रखी तत्पश्चात उसको छोड़ भी दिया। जिससे नाराज मृतक के गांव और उसके मामा के गांव के लोगों ने सुरेरी थाने पर पहुंचकर सोमवार की दोपहर बाद जमकर धरना प्रदर्शन किया और पुलिस पर मामले में लीपा पोती करने का आरोप भी लगाए, वहीं मासूम का उपचार करा रहे उसके मामा चन्दू का आरोप है कि थाने पर पहुंचने पर थानाध्यक्ष सुरेरी सुनील कुमार वर्मा द्वारा यह बताया गया कि इसमें विधायक मड़ियाहूँ आर के पटेल का बार-बार फोन आ रहा है, चिकित्सक के खिलाफ कोई मुकदमा पंजीकृत नहीं किया जा सकता। जिससे नाराज ग्रामीणों ने विधायक मड़ियाहूँ आर के पटेल के खिलाफ सुरेरी थाने के मुख्य गेटपर जमकर मुर्दाबाद के नारे लगाए। वहीं कई घंटो तक चले प्रदर्शन के बाद थानाध्यक्ष द्वारा आरोपी पर मुकदमा दर्ज करने के आश्वासन पर ग्रामीण किसी तरह से शांत हुए। इस संदर्भ में थानाध्यक्ष सुरेरी सुनील वर्मा ने बताया कि मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को दे दी गई है उनके आदेश पर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी। वहीं घटना के पश्चात भी स्वास्थ्य विभाग गहरी निद्रा में सो रहा है।
अपने ही थाने से डेढ़ घंटे तक बाहर नहीं निकाल पाए थानाध्यक्ष सुरेरी
चारों तरफ प्रदर्शन कारियों से घिरे रहे थानाध्यक्ष सुरेरी सहित अन्य पुलिसकर्मी
सुरेरी- झोलाछाप चिकित्सक के उपचार से मासूम की मौत के मामले में तहरीर देने के बाद भी आवश्यक कार्यवाही ना करने से नाराज ग्रामीणों द्वारा सोमवार को सुरेरी थाने पर किए गए प्रदर्शन के दौरान थानाध्यक्ष सुरेरी सुनील कुमार वर्मा थाने से बाहर निकलना चाहे लेकिन प्रदर्शनकारियों ने उन्हें थाने के मुख्य गेट पर ही रोक दिया। लगभग डेढ़ घंटे तक थानाध्यक्ष ग्रामीणों से घिरे रहे और कई बार निकलने का प्रयास करना चाहे लेकिन प्रदर्शन कारियो ने उन्हें थाने के गेट से नहीं निकलने दिया। वहीं घंटो चले प्रदर्शन के बाद जब थानाध्यक्ष ने आरोपीत चिकित्सक पर कार्रवाई करने की बात कही तब जाकर प्रदर्शनकारी किसी तरह से शांत हुए। वहीं प्रदर्शनकारी इतने उग्र थे कि थानाध्यक्ष को उनके ही थाने से उन्हें बाहर नहीं निकलने दिए और मड़ियाहूँ विधायक डॉक्टर आर के पटेल के खिलाफ भी जमकर मुर्दाबाद के नारे लगाए। पुलिस को ही उनके ही थाने से बाहर न निकलने देना लगभग डेढ़ घंटो तक उग्र प्रदर्शन कारियों से घिरे रहना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।