पांचवें दिन के रामलीला में सीताहरण का हुआ मंचन
पांचवें दिन के रामलीला में सीताहरण का हुआ मंचन
रिपोर्ट–मनोज कुमार सिंह
जलालपुर —– क्षेत्र के प्रधानपुर गांव में शिव मंदिर के प्रांगण में मंगलवार की रामलीला में सीताहरण का मंचन किया गया। जिसमें दंडक वन में रहने के दौरान सर्पूर्णखा ने आकर श्री राम और लक्ष्मण से विवाह करने के लिए दबाव डालने लगी । तब श्री राम की आज्ञा अनुसार लक्ष्मण ने सर्पूर्णखा का नाक और कान काट डाला। नाक कान कटने के बाद सर्पूर्णखा अपने भाई खर तथा दूषण के पास गई और सारी बात बताई की मैं महिला से मिलने गई थी । इतने पर छोटे तपसी ने मेरा नाक कान काट डाला । खर दूषण ने बदला लेने के लिये बड़ी सेना लेकर श्री राम से युद्ध किया। युद्ध में सारे सैनिकों सहित खर दूषण भी मारे गए। इसके बाद सर्पूर्णखा ने रावण को यह जानकारी दी कि खर दूषण मारे गए। रावण ने कहा खर दूषण मो सम बलवंता, मार सके ना कोई भगवंता । खर दूषण को बिना भगवान के कोई मार नहीं सकता वे दोनों भाई मेरे सामान बलवान थे। इसके बाद रावण ने मामा मारीच के पास जाकर माया मृग बनकर श्री राम को भटकाने की बात कही । तब मामा मारीच ने माया मृग बनकर श्री राम को भटकाकर दूर ले गया और इधर रावण ने बाबा जी बनकर छल से सीता जी का हरण किया ।
इस अवसर पर राजन मिश्रा, विजयेन्द्र सिंह झुन्ना ,योगेश मिश्रा , मनोज सिंह, गुड्डू सिंह ,गुड्डू श्रीवास्तव, अशोक सिंह, दिवाकर सिंह, तेज बहादुर सिंह बब्बू, विनोद सिंह पप्पू, आशुतोष सिंह राना, विशाल सिंह , विवेक सिंह भोले सिंह , गायत्री सिंह, कमल सिंह, मुकुल सिंह, अमित सिंह, विनोद श्रीवास्तव चिन्टू सिंह आदि रामलीला समिति के लोग मौजूद रहे ।