किश्तवाड़ में बादल फटने से भीषण तबाही, 35 से अधिक की मौत, 100 से ज्यादा घायल

किश्तवाड़ में बादल फटने से भीषण तबाही, 35 से अधिक की मौत, 100 से ज्यादा घायल
किश्तवाड़ (जम्मू-कश्मीर), 14 अगस्त — जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में मंगलवार रात को मचैल माता यात्रा मार्ग पर स्थित चिशोती गांव में बादल फटने की भयावह घटना ने पूरे इलाके में तबाही मचा दी। प्रशासन के अनुसार, अब तक 35 से अधिक शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं। मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि कई लोग अब भी मलबे में दबे हुए हैं।
यह त्रासदी किश्तवाड़ के पदर उपखंड में घटी, जो प्रसिद्ध मचैल माता यात्रा मार्ग पर स्थित है। बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ ने कई मकानों को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे भारी जान-माल का नुकसान हुआ है।
क्षेत्र में स्थित लकड़ी का पुल और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के अंतर्गत बना एक पुल भी इस बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे बचाव कार्यों में रुकावट आ रही है।
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज कुमार शर्मा ने बताया कि प्रभावित क्षेत्र में बचाव अभियान युद्ध स्तर पर जारी है और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने भी तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने बताया कि उन्हें किश्तवाड़ से विपक्ष के नेता सुनील कुमार शर्मा द्वारा घटना की सूचना दी गई, जिसके बाद उन्होंने उपायुक्त से सीधे संपर्क साधा। उन्होंने बताया कि “प्रशासन तुरंत हरकत में आया है, और आवश्यक चिकित्सा, राहत और बचाव प्रबंधन की व्यवस्था की जा रही है।”
विपक्ष के नेता सुनील कुमार शर्मा और स्थानीय विधायक ने घटनास्थल का दौरा कर राहत कार्यों की निगरानी की और प्रभावितों से मुलाकात की।
स्थानीय जनता में भय और चिंता
घटना के बाद क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल है। मचैल यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं और उनके परिजनों में गहरी चिंता है। फिलहाल प्रशासन ने यात्रा मार्ग को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है। प्रभावित लोगों के लिए राहत शिविर और आपात चिकित्सा व्यवस्था की जा रही है।