मामी-भांजे के अवैध रिश्ते की खौफनाक साजिश: पति को उतारा मौत के घाट, शव को दफनाने के बाद हड्डियां भी बहा दीं

मामी-भांजे के अवैध रिश्ते की खौफनाक साजिश: पति को उतारा मौत के घाट, शव को दफनाने के बाद हड्डियां भी बहा दीं
कानपुर के सचेंडी में रिश्तों को शर्मसार करने वाली वारदात, 10 महीने बाद पुलिस ने किया खुलासा
कानपुर:
रिश्तों की मर्यादा तार-तार कर देने वाली एक सनसनीखेज घटना ने पूरे सचेंडी क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। यहां लालपुर गांव में मामी और भांजे के अवैध संबंधों के चलते पति की नृशंस हत्या कर दी गई। 10 महीने तक इस जघन्य अपराध की परतें छिपी रहीं, लेकिन मृतक की मां की सूझबूझ और पुलिस की सघन जांच ने इस खौफनाक साजिश से पर्दा उठा दिया।
प्रेम में बाधा बना पति, मौत ही बना दी सजा
जानकारी के मुताबिक, लालपुर गांव निवासी शिववीर की पत्नी लक्ष्मी के अपने ही भांजे अमित से अवैध संबंध थे। यह रिश्ता इस कदर गहराया कि दोनों ने मिलकर शिववीर को रास्ते से हटाने की योजना बना डाली। आरोपियों ने नवंबर 2024 में सावित्री देवी के बांदा जाने के अगले ही दिन रात के समय शिववीर की लोहे की रॉड से सिर पर वार कर हत्या कर दी।
हत्या के बाद शव को छुपाने के लिए घर के पीछे ही एक गड्ढा खोदा गया। शव को वहीं दफनाया गया और उस पर करीब 10 से 12 किलो नमक डालकर गलाने की कोशिश की गई, ताकि कोई सबूत न बचे। लेकिन अपराध ज्यादा दिन छिप नहीं सका।
कुत्तों की सूंघ से खुला राज
कुछ दिन बाद इलाके में आवारा कुत्तों को गंध आई और उन्होंने गड्ढा खोदना शुरू किया। गड्ढे से मानव हड्डियां निकलने लगीं। डर के मारे आरोपियों ने ये हड्डियां उठाकर पनकी नहर में बहा दीं, ताकि मामला दबा रहे। लेकिन मां सावित्री देवी की चिंता लगातार बढ़ती रही।
बहू की कहानियों से जागा शक
सावित्री देवी ने बताया कि जब वे पांच महीने बाद बांदा से लौटीं, तो बहू लक्ष्मी ने बताया कि शिववीर नौकरी के सिलसिले में गुजरात चला गया है। लेकिन समय बीतता गया और शिववीर की कोई खबर नहीं मिली। बहू की बातों में विरोधाभास और असहजता देख सावित्री को संदेह हुआ। अंततः 19 अगस्त 2025 को उन्होंने सचेंडी थाने में बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
सचेंडी पुलिस ने छानबीन शुरू की और गांव के कुछ लोगों से पूछताछ की। दबी जुबान में कई लोगों ने मामी-भांजे के संबंधों की पुष्टि की। पुलिस ने लक्ष्मी और अमित को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की, जिसमें भांजे अमित ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
सहायक पुलिस आयुक्त शिखर ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने हत्या की पूरी योजना और घटनाक्रम स्वीकार कर लिया है। अब दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
समाज के लिए एक चेतावनी
यह घटना न सिर्फ एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है। जब रिश्ते वासना की अंधी दौड़ में बदल जाएं, तो परिणाम केवल बर्बादी और अपराध होता है। पुलिस प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अपने परिवार में ऐसे संकेतों को नजरअंदाज न करें और समय रहते उचित कदम उठाएं।