नरसिंहदासपुर सपही में श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन भक्ति रस की धारा बही

नरसिंहदासपुर सपही में श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन भक्ति रस की धारा बही
श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, सत्संग में सराबोर हुआ जनमानस
रामपुर (जौनपुर)। थाना क्षेत्र के नरसिंहदासपुर सपही गांव में चल रहे सप्ताहव्यापी श्रीमद्भागवत कथा महोत्सव के चौथे दिन भक्ति, ज्ञान और वैराग्य की त्रिवेणी में भक्तगण डुबकी लगाते नजर आए। गांव के प्रतिष्ठित नागरिक हौशीला प्रसाद मिश्र, दयाशंकर मिश्र, रविन्द्र मिश्र, शेषनारायण मिश्र, जितेन्द्र मिश्र, आशीष मिश्र (पिंटू) के संयुक्त आतिथ्य में आयोजित इस कथा अनुष्ठान में प्रतिदिन श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ रही है।
कथा का संगीतमय प्रवचन प्रयागराज से पधारे विद्वान आचार्य पं. नित्यानंद शुक्ला जी के मुखारविंद से संपन्न हो रहा है। चौथे दिन की कथा में आचार्य जी ने अजामिल चरित्र, जड़ भरत की कथा, भक्त प्रह्लाद की भक्ति, गजेंद्र मोक्ष, समुद्र मंथन, और वामन भगवान की लीलाओं का अद्भुत वर्णन करते हुए श्रोताओं को भक्ति-भाव से भावविभोर कर दिया।
आचार्य जी ने कहा—
“श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण आत्मा को शुद्ध करता है। यह केवल धार्मिक कर्मकांड नहीं, बल्कि आध्यात्मिक जागृति का माध्यम है। जैसी संगति में मनुष्य रहता है, वैसा ही उसका जीवन बनता है। इसीलिए सत्संग का महत्व सर्वोपरि है।”
कथा के दौरान पंडाल में उपस्थित श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो कथा श्रवण करते रहे। पूरा वातावरण भक्ति-संगीत और हरे राम-हरे कृष्ण के संकीर्तन से गूंजायमान होता रहा।
इस धार्मिक आयोजन में क्षेत्र के कई जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। विशेष रूप से जिला पंचायत सदस्य दिनेश तिवारी, आदित्य नारायण दुबे, हिमालय दुबे, बाके तिवारी, विष्णु दुबे, समाजसेवी अरुण मिश्र, पुजारी मिश्र, अवधेश छोटेलाल, नेता सुरेन्द्र चौरसिया, विकास मिश्र, सतीश मिश्र, रामचंद्र पटेल सहित सैकड़ों श्रद्धालु कथा का रसपान कर आध्यात्मिक आनंद में सराबोर हो गए।
महोत्सव का आयोजन पूरी भव्यता और श्रद्धा के साथ किया जा रहा है, जिसमें ग्रामीणों सहित दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं की भी बड़ी संख्या में भागीदारी हो रही है।