मासूम पर दरिंदगी: तीन नाबालिग हिरासत में, दो निकले चचेरे चाचा
तीन साल की बच्ची के साथ बागीचे में हुआ घिनौना कृत्य, हालत नाजुक
बरसठी (जौनपुर)। थाना क्षेत्र के एक गांव में रविवार को इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। घर के पास खेल रही एक तीन वर्षीय मासूम बच्ची के साथ तीन नाबालिगों ने मिलकर दरिंदगी की। इस जघन्य घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपित नाबालिगों को हिरासत में ले लिया है, जिनमें से दो बच्ची के चचेरे चाचा बताए जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, घटना रविवार दोपहर की है। बच्ची अपने घर से सटे बागीचे में खेल रही थी, तभी 12 वर्षीय एक किशोर ने अपने दो साथियों—9 और 10 वर्षीय लड़कों—के साथ मिलकर इस घिनौने कृत्य को अंजाम दिया। आश्चर्यजनक और दुखद पहलू यह है कि इनमें से दो आरोपी बच्ची के सगे रिश्तेदार निकले।
पीड़िता की हालत गंभीर बताई जा रही है और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टरों की टीम उसकी देखरेख कर रही है।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, जांच जारी
मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों नाबालिगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी।
एएसपी ग्रामीण आतिश कुमार सिंह ने बताया कि पीड़िता के परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। तीनों आरोपियों से पूछताछ जारी है और बाल कल्याण समिति को भी सूचित कर दिया गया है।
स्थानीयों में आक्रोश, बच्चियों की सुरक्षा पर उठे सवाल
घटना के बाद से पूरे गांव में भय और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों ने इस कृत्य की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह समाज के नैतिक पतन का स्पष्ट संकेत है। उन्होंने प्रशासन से दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने की मांग की।
समाज को भी सोचने की जरूरत
इस घटना ने एक बार फिर से बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। नाबालिगों द्वारा किए गए इस प्रकार के कृत्य यह दर्शाते हैं कि समाज में बच्चों को सही दिशा देने की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक हो गई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अब समय आ गया है कि अभिभावक और समाज मिलकर बच्चों के मानसिक विकास और नैतिक शिक्षा पर ध्यान दें, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
पुलिस प्रशासन ने दिए सख्ती के संकेत
पुलिस का कहना है कि मामले में किसी भी स्तर पर कोताही नहीं बरती जाएगी और कानून के तहत जो भी उचित कार्रवाई होगी, की जाएगी।
