भैया दूज पर्व पर बहनों ने भाइयों की दीर्घायु की कामना की
मंगलबाजार और पुरानी बाजार के मंदिरों में रही श्रद्धा व उत्साह की छटा
मछलीशहर (जौनपुर)। नगर क्षेत्र में गुरुवार को भैया दूज (यम द्वितीया) पर्व पारंपरिक श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। सुबह से ही मंदिरों में महिलाओं की भीड़ उमड़ पड़ी। बहनों ने अपने भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर उनके दीर्घायु, सुख-समृद्धि और मंगल की कामना की।
मंगलबाजार स्थित शिव मंदिर प्रांगण में महिलाओं ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ पूजा-अर्चना की। मंदिर परिसर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की आवाजाही बनी रही। महिलाओं ने दीप प्रज्वलित कर भगवान शिव की आराधना की और भाई-बहन के पवित्र रिश्ते की रक्षा का संकल्प लिया। पूजा के बाद बहनों ने भाइयों को मिठाई खिलाई और आरती उतारी।
इसी तरह पुरानी बाजार स्थित हनुमान मंदिर प्रांगण में भी दिनभर धार्मिक कार्यक्रमों की छटा बिखरी रही। महिलाओं ने हनुमान जी के समक्ष पूजन कर परिवार की सुख-शांति की प्रार्थना की। पूजा-अर्चना के बाद प्रसाद वितरण किया गया। पारंपरिक परिधानों में सुसज्जित महिलाएं एक-दूसरे को पर्व की शुभकामनाएं देती नजर आईं।
ज्योतिष एवं तंत्राचार्य डॉ. शैलेश मोदनवाल ने बताया कि स्कंदपुराण के अनुसार भैया दूज का पर्व यम द्वितीया के नाम से प्रसिद्ध है। मान्यता है कि इस दिन यमराज और उनकी बहन यमी (यमुना) के पुनर्मिलन की स्मृति में यह पर्व मनाया जाता है। कहा गया है कि जो व्यक्ति इस दिन यमराज की विधि-विधान से पूजा करता है, उसे मनोवांछित फल प्राप्त होता है। परिवार में धन-धान्य की वृद्धि होती है और घर के सदस्यों को दीर्घायु का आशीर्वाद मिलता है।
उन्होंने बताया कि प्राचीन परंपरा के अनुसार, इस दिन भाई अपनी बहन के घर जाकर उसके हाथों से बने भोजन का सेवन करता है। ऐसा करने से भाई की आयु बढ़ती है और जीवन के कष्टों का निवारण होता है।
दिनभर नगर के मंदिरों में भक्ति और उत्साह का वातावरण बना रहा। बच्चों, महिलाओं और वृद्धों सभी में पर्व को लेकर उल्लास देखने को मिला।


