बरसठी–सलखापुर को मिला स्टेशन का दर्जा, दोहरीकरण में देरी से यात्रियों में रोष तेज
जौनपुर। लंबे समय से प्रतीक्षित बरसठी और सलखापुर हाल्ट को आखिरकार रेल प्रशासन ने स्टेशन का दर्जा प्रदान कर दिया है। इसी के साथ दोनों स्टेशनों के निर्माण कार्य की तैयारियाँ अंतिम चरण में पहुँच गई हैं। दो वर्ष पूर्व इसका ठेका जारी हो चुका था, किन्तु प्रयागराज खंड में जारी दोहरीकरण परियोजना के चलते निर्माण कार्य ठंडे बस्ते में चला गया था। अब रेलवे अधिकारियों के हालिया निरीक्षण और क्रॉसिंग अनुमोदन के बाद स्थानीय जनता को उम्मीद है कि शीघ्र ही स्टेशन निर्माण का कार्य धरातल पर नजर आएगा।
नवीन सुविधाओं से लैस होगा बरसठी स्टेशन
स्टेशन को अत्याधुनिक मॉडल स्टेशन के रूप में विकसित करने की योजना है। प्रस्तावित सुविधाओं में—
- आधुनिक टिकट बुकिंग काउंटर
- विस्तृत यात्री शेड
- स्टेशन मास्टर आवास
- पेयजल, शौचालय एवं बैठने की उत्तम व्यवस्था
- बाउंड्री वॉल और प्लेटफॉर्म विकास
जैसी मूलभूत एवं उन्नत सुविधाएँ शामिल हैं।
स्थानीय ग्रामीणों ने उम्मीद जताई है कि स्टेशन का निर्माण क्षेत्र के हजारों यात्रियों को राहत देने के साथ-साथ आर्थिक गतिविधियों को भी गति देगा। फिलहाल बरसठी हाल्ट पर टिकट घर बंद है, क्योंकि ठेके पर चल रहा अनुबंध समाप्त हो चुका है। जंघई–जफराबाद खंड में भी टिकट ठेका खत्म होने से यात्रियों को बिना टिकट यात्रा की मजबूरी का सामना करना पड़ रहा है, जिसका असर राजस्व और सुरक्षा दोनों पर पड़ रहा है।
यात्रियों ने मांग की है कि जब तक स्थायी व्यवस्था लागू न हो, तब तक अस्थायी काउंटर या डिजिटल माध्यमों से टिकट व्यवस्था शुरू की जाए।
जंघई–जफराबाद दोहरीकरण में देरी पर गहराया आक्रोश, आंदोलन की चेतावनी
जंघई से जफराबाद रेलखंड के दोहरीकरण कार्य में लगातार हो रही देरी से यात्रियों में गहरा असंतोष है। उनका कहना है कि आवश्यक तकनीकी मंजूरियाँ मिलने के बावजूद निर्माण कार्य शुरू न होना समझ से परे है। भारी यातायात और नियमित देरी से यह रूट पहले से ही दबाव में है, जिससे दैनिक यात्रियों की परेशानी बढ़ती जा रही है।
यात्रियों व स्थानीय संगठनों का आरोप है कि सरकार और रेलवे प्रशासन बार-बार आश्वासन देते हैं, लेकिन जमीनी प्रगति नगण्य है।
सामाजिक कार्यकर्ता जज सिंह अन्ना ने बरसठी स्टेशन का निरीक्षण कर दोहरीकरण में तेजी लाने की मांग उठाई। उन्होंने रेलवे विभाग, मंत्रालय, जिला प्रशासन और स्थानीय सहयोगियों का स्टेशन को दर्जा मिलने पर आभार व्यक्त किया। साथ ही चेतावनी दी कि यदि जंघई–जफराबाद दोहरीकरण शीघ्र शुरू नहीं हुआ, तो रेल यात्री बड़े पैमाने पर आंदोलन करने को बाध्य होंगे।



