रामपुर विद्युत उपखंड में विवाद: एसडीओ से मारपीट के आरोप, शिवसेना नेता समेत छह पर मुकदमा
जौनपुर। विद्युत उपखंड कार्यालय में बुधवार को हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया है। उपखंड अधिकारी (एसडीओ) मुरलीधर ने अपने साथ अभद्रता और मारपीट किए जाने का आरोप लगाते हुए शिवसेना नेता एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता गुलाबचंद दुबे समेत छह लोगों के खिलाफ रामपुर थाने में तहरीर दी है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
थाना प्रभारी विनोद कुमार के अनुसार, एसडीओ द्वारा दी गई तहरीर प्राप्त होने के बाद आरोपितों पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की विवेचना की जा रही है, जिसके आधार पर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।
एसडीओ का आरोप: थप्पड़ मारा, कागजात फाड़े, कंप्यूटर तोड़ने की कोशिश
एसडीओ मुरलीधर ने आरोप लगाया है कि शिवसेना के नेता गुलाबचंद दुबे बुधवार को अपने 5–6 सहयोगियों के साथ अचानक कार्यालय पहुंचे और उनसे अभद्र व्यवहार करने लगे। इस दौरान उनके सहयोगी अतुल दुबे द्वारा उन्हें थप्पड़ मारे जाने का आरोप लगाया गया है।
एसडीओ का कहना है कि आरोपितों ने कार्यालय में रखे महत्वपूर्ण कागजात और रजिस्टर फाड़कर तितर-बितर कर दिए, साथ ही कंप्यूटर को क्षतिग्रस्त करने का भी प्रयास किया।
घटना के बाद वे अपने स्टाफ के साथ सीधे थाने पहुंचे और लिखित शिकायत दर्ज कराई।
गुलाबचंद दुबे का पलटवार: “आरोप बेबुनियाद”
इधर, शिवसेना नेता एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता गुलाबचंद दुबे ने एसडीओ द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
दुबे का कहना है कि मई गांव स्थित मंदिर के प्रांगण के ऊपर से गुजर रहा हाईटेंशन तार काफी नीचे लटका हुआ है, जिससे किसी भी समय गंभीर दुर्घटना हो सकती है। इस संदर्भ में वे कई बार मौखिक व लिखित रूप से एसडीओ तथा अधिशासी अभियंता जौनपुर को अवगत करा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि इसी समस्या के समाधान को लेकर कार्यालय पहुंचे थे, लेकिन आरोप है कि एसडीओ ने ही उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
उन्होंने यह भी कहा कि “मारपीट या कागजात फाड़ने जैसी कोई घटना नहीं हुई, सभी आरोप निराधार और झूठे हैं।”
पुलिस जांच में जुटी
फिलहाल दोनों पक्षों के आरोप-प्रत्यारोप के बीच पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना के दौरान कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों से भी पूछताछ की जा रही है।
जांच रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि विवाद की असल वजह क्या थी और किस पक्ष के दावे सही हैं।


