जौनपुर – पूर्व ब्लाक प्रमुख स्व. कैलाश नाथ दूबे एवं समाजसेवी बांकेलाल तिवारी की सोमवार को 26 वीं पुण्यतिथि श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन।
जौनपुर – मड़ियाहू तहसील स्थित जमालापुर बाज़ार में छात्रसंघ अध्यक्ष स्व. राजकुमार सिंह, पूर्व ब्लाक प्रमुख स्व. कैलाश नाथ दूबे एवं समाजसेवी बांकेलाल तिवारी की सोमवार को 26 वीं पुण्यतिथि श्रद्धांजलि समारोह के रूप में उनके शहीद स्थल पर अश्रुपूरित नेत्रों से मनाई जा रही है। श्रद्धांजलि समारोह को राजकुमार सिंह मेमोरियल ट्रस्ट के आयोजक शिवराम सिंह भोले द्वारा प्रतिवर्ष मनाने का कार्य किया जाता है।
मड़ियाहूं तहसील को निगोह से पुनः मड़ियाहूं में लाने के लिए संघर्ष करते हुए तीनों जांबाज समाजसेवियों को 24 जनवरी 1996 की शाम जमालापुर बाजार में अत्याधुनिक हथियार एके-47 से बागपत जेल में मारे जा चुके माफिया डान स्व. मुन्ना बजरंगी द्वारा मौत के घाट उतार दिया गया था।
इस मौके पर श्रद्धांजलि समारोह में शामिल होने आ रहे आगंतुकों जनता इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य राजेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि तीनों जांबाज सिपाही हमारे क्षेत्र के धरोहर थे उन्होंने तहसील क्षेत्र के जनता की सेवा करते हुए जान गवा दिया लेकिन उनके दो पुत्र डॉक्टर के रूप में सेवा करते हुए उनको सच्ची श्रद्धांजलि देने का कार्य कर रहे हैं।
समाजसेवी अशोक सिंह सेऊर ने कहा कि छात्र नेता राजकुमार जी और ब्लॉक प्रमुख कैलाश दुबे तहसील क्षेत्र के विकास के लिए प्रदेश सरकार से हमेशा लड़ते रहते थे जिसके कारण उनकी आतताईयों ने हत्या कर विकास को रोक देने का काम किया लेकिन उनके परिजन आज उनके ही नक्शे कदम पर चल कर विकास को गति देते हुए सच्ची श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
स्व. राजकुमार सिंह एवं प्रमुख स्व. कैलाश नाथ दूबे क्यों उतारा गया मौत के घाट
जौनपुर टीडी कॉलेज छात्र नेता पूर्व अध्यक्ष स्व. राजकुमार सिंह एवं, रामपुर ब्लाक के प्रमुख स्व. कैलाश नाथ दुबे और समाजसेवी बांके लाल तिवारी ने मड़ियाहूं तहसील को निगोह से पुनः मड़ियाहूं में लाने के लिए संघर्ष कर रहे थे तभी बागपत जेल में मारे जा चुके अंतरराष्ट्रीय माफिया डॉन स्व. मुन्ना बजरंगी द्वारा 24 जनवरी 1996 की शाम 5:00 बजे जमालापुर बाजार में अचानक मारुति वैन से पहुंचते हैं और एके-47 द्वारा गोलियों की बौछार लगा देते हैं। जिसके बाद स्व. राजकुमार सिंह ब्लाक प्रमुख कैलाश नाथ दुबे एवं बांकेलाल तिवारी की मौके पर ही मौत हो जाती है। समाजसेवा के क्षेत्र में तीनों जांबाज शहीदों का अपना एक अलग पहचान रहा। हर एक व्यक्ति के दुःख सुख में भागीदारी करने से सबके चहेते बन चुके थे। लेकिन अचानक उनके शहीद हो जाने से क्षेत्र में भूचाल आ गया। उनके मरणोपरांत निगोह तहसील पुनः मड़ियाहूं में समाहित हो गया। संघर्षों की याद को हमेशा ताजा रखने के लिए उनके बड़े भाई शिवराम सिंह “भोले” ने जमालापुर बाजार में शहीद स्मारक का निर्माण कराया। तभी से आज तक तीनों संघर्षों में अपनी जान गवां देने वाले जांबाज सिपाहियों की याद में श्रद्धांजलि समारोह मनाया जाता है।
पूर्वांचल में जौनपुर जिले में पहली बार प्रयोग हुआ था अत्याधुनिक हथियार एके-47
जौनपुर जिले के मड़ियाहूं तहसील स्थित जमालापुर बाजार में बागपत जेल में मारे जा चुके अंतरराष्ट्रीय माफिया डान स्व. मुन्ना बजरंगी के द्वारा पहली बार अत्याधुनिक हथियार AK47 का प्रयोग होने से पूरा पूर्वांचल हिल गया था। जमालापुर बाजार में मिनटों में सैकड़ों को गोलियां बरसाई गई थी।
तीनों जांबाज शहीदों की याद में स्व. राजकुमार सिंह मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाया जाएगा। जिसमें हजारों लोगों को कोविड-19 का पालन कराते हुए विभिन्न रोगों की जांच कर गठिया, शुगर, हॉर्ट, ईसीजी का ईलाज और अन्य रोंगों का निःशुल्क ऑपरेशन करते हुए दवा भी दिया जाएगा। पुण्यतिथि के आयोजक शहीद राज कुमार सिंह के दो पुत्र डॉ आलोक सिंह एमडी, डॉ आनंद सिंह सर्जन लेप्रोस्कोपिक दूरबीन विधि के अलावा 6 एमडी डाक्टर मौजूद रहेंगे।