गौ-तस्करी में सिपाही गिरफ्तार, पशु तस्करों से साठगांठ के सबूत मिले, पुलिस विभाग की साख पर उठे सवाल
उत्तर प्रदेश। जिले के सैयदराजा थाने से एक बड़ा और गंभीर मामला सामने आया है, जहां गौ-तस्करी और अवैध वसूली में संलिप्त पाए जाने पर तैनात सिपाही धर्मेंद्र यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस गिरफ्तारी के बाद पुलिस विभाग की कार्यशैली और कुछ अधिकारियों की भूमिका पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।
लंबे समय से था संदेह, जांच में हुआ खुलासा
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आरक्षी धर्मेंद्र यादव पर पहले से ही संदिग्ध गतिविधियों को लेकर नजर रखी जा रही थी। कुछ दिन पहले उसे लाइन हाजिर भी किया गया था। लेकिन जांच एजेंसियों ने उसकी गतिविधियों पर निगरानी जारी रखी। जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि धर्मेंद्र यादव का पशु तस्करों से सीधा संपर्क था और वह मोटी रकम लेकर अवैध रूप से मवेशियों से लदे वाहनों को थाने के क्षेत्र से पार कराता था।
जांच में धर्मेंद्र यादव के खिलाफ ऐसे कई इलेक्ट्रॉनिक और मौखिक साक्ष्य सामने आए हैं, जो इस बात की पुष्टि करते हैं कि वह लंबे समय से इस अवैध गतिविधि में लिप्त था।
गिरफ्तारी के बाद भागने की कोशिश, लेकिन नाकाम
बताया जा रहा है कि जब पुलिस को पुख्ता साक्ष्य मिले, तो तत्काल गिरफ्तारी की कार्रवाई की गई। गिरफ्तारी के दौरान धर्मेंद्र यादव ने थाने से भागने का प्रयास भी किया, लेकिन सतर्क पुलिसकर्मियों ने उसे मौके पर ही धर दबोचा। यह मामला सैयदराजा थाने में पहले से दर्ज एक गौ-तस्करी के मुकदमे से जुड़ा हुआ है, जिसमें संलिप्त वाहनों की गतिविधि और उनकी सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े हुए थे।
अधिकारी बोले – “साक्ष्यों के आधार पर की गई गिरफ्तारी”
इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए अपर पुलिस अधीक्षक अनंत चंद्र शेखर ने कहा:
“आरक्षी धर्मेंद्र यादव के खिलाफ पहले से पशु तस्करी में संलिप्त होने का आरोप था। जांच के दौरान पशु तस्करों से उसके सीधे संवाद और आर्थिक लेन-देन के प्रमाण मिलने के बाद तत्काल उसकी गिरफ्तारी की गई है। गिरफ्तारी के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया की जा रही है।”
पुलिस विभाग की साख पर सवाल
इस प्रकरण ने चंदौली पुलिस की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सवाल उठ रहे हैं कि आखिर एक तैनात सिपाही इतने लंबे समय तक कैसे अवैध कार्यों में संलिप्त रहा और उसे संरक्षण कैसे मिला? क्या इसमें थाने के अन्य अधिकारियों या कर्मियों की भी भूमिका रही?
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर फिलहाल मामले की गहन जांच जारी है। यदि आगे किसी अन्य की संलिप्तता पाई जाती है, तो उन पर भी सख्त कार्रवाई तय मानी जा रही है।
