Jaunpur: पुलिस और सपा विधायक लकी यादव के बीच हुई झड़प के साथ तीखी नोकझोंक,दो जेई एक ठिकेदार को बंधक बनाने का आरोप
Jaunpur: पुलिस और सपा विधायक लकी यादव के बीच हुई झड़प के साथ तीखी नोकझोंक,दो जेई एक ठिकेदार को बंधक बनाने का आरोप
मल्हनी के सपा विधायक लकी यादव के जेसीज चौराहा के पास स्थित आवास पर रविवार की देर रात कथित तौर पर बंधक बनाए गए दो जेई व ठेकेदार को पुलिस ने मुक्त करा लिया। इस दौरान पुलिस व लकी यादव समर्थकों के बीच कहासुनी और हाथापाई हो गई। ठेकेदार राजन सिंह ने कोतवाली में तहरीर दी है।
विधायक ने बंधक बनाए जाने के आरोप को खारिज करते हुए पुलिस पर दुर्व्यवहार किए जाने का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। पूरी घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया में तेजी से प्रसारित हो रहा है।
जेसीज चौराहा से ओलंदगंज मार्ग के चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। लोक निर्माण विभाग के दो जेई और ठेकेदार राजन सिंह नाली निर्माण के लिए सर्वे व नाप-जोख करा रहे थे। आरोप है कि विधायक लकी यादव के घर के सामने नाप-जोख करने पहुंचे तो विधायक के कुछ आदमी जेई सच्चिदानंद, दुर्गेश कुमार और ठेकेदार राजन सिंह को खींचते हुए घर में ले जाकर बंधक बना लिया। सर्वे में लगे अन्य लोग भाग निकले और पुलिस को सूचना दी।
करीब आधे घंटे बाद शहर कोतवाल सतीश कुमार सिंह ने मय फोर्स पहुंचकर बंधक बनाए गए दोनों जेई व ठेकेदार को छुड़ाया। इस दौरान विधायक व उनके समर्थकों की पुलिस से तीखी नोकझोंक व हाथापाई हो गई। किसी तरह मामला शांत हुआ। ठेकेदार राजन सिंह ने कार्रवाई के लिए कोतवाली में तहरीर दी है।
दूसरी तरफ विधायक लकी यादव का आरोप है कि रात में उनके घर के सामने चार लोग आए। मैंने अपने कमरे में सीसीटीवी में देखा तो सिक्योरिटी वालों से पूछताछ करने को कहा। सिक्योरिटी के लोग पहुंचे तो वे भागने लगे। चार में से तीन को पकड़ लिया। मैंने 11.05 बजे एसपी को सूचना दी। 20 मिनट तक पुलिस के न आने पर सीओ सिटी कुलदीप गुप्ता को सूचना दी।
पुलिस आई और पूछताछ करने लगी। सिटी मजिस्ट्रेट देवेंद्र सिंह आए और उनसे बातचीत चल रही थी कि तभी कोतवाल सतीश सिंह फोर्स के साथ आकर तेज आवाज में बात करने लगे। कहने लगे कि तीनों लोगों को हम ले जाएंगे। तब मैंने कहा कि ले तो नहीं जा सकते। चौथे को भी बुलाइए ताकि मैं पहचान तो सकूं कि कौन था।
पुलिस कर्मी मेरे सिक्योरिटी के दो युवकों को घसीटने लगे तो मैं बीच-बचाव करने लगा। पुलिस कर्मियों ने मेरा कॉलर पकड़ लिया और गाली-गलौच किया। मेरी पत्नी व भाभी के साथ भी दुर्व्यवहार किया। बंधक बनाने के बारे में कहा कि यदि मैंने बंधक बनाया होता तो कप्तान को क्यों सूचना देता।
एएसपी (ग्रामीण) शैलेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि पुलिस ने पहुंचकर बंधक बनाए गए अवर अभियंताओं व ठेकेदार राजन सिंह को मुक्त कराया। बंधक बनाए गए लोगों का मेडिकल मुआयना कराकर ठेकेदार के तहरीर पर छानबीन व विधिक कार्रवाई की जा रही है।