पचुरुखी गौशाला की दुर्दशा उजागर: चारे की कमी और लापरवाही से 4 गायों की मौत, प्रशासन मौके पर पहुंचा
जौनपुर जिले के रामपुर विकासखंड अंतर्गत पचुरुखी गांव स्थित गौशाला में लापरवाही और अव्यवस्था का गंभीर मामला सामने आया है। रविवार को गौरक्षा दल और अन्य सामाजिक संगठनों की शिकायत पर जब टीम गौशाला पहुंची, तो वहाँ का दृश्य दिल दहला देने वाला था। गौशाला परिसर में चार गायें मृत पड़ी थीं और एक गाय अधमरी अवस्था में थी, जिसे कुत्ते और कौवे नोच रहे थे।

गौरक्षा दल के अनुसार, गौशाला पर जब टीम पहुंची तो चारे का घोर अभाव पाया गया। मृत गायों के शव खुले में पड़े थे और जीवित गायें भूख और बीमारी से बेहाल थीं। गंभीर स्थिति को देखते हुए ग्राम प्रधान ने तत्काल हरे चारे की व्यवस्था करवाई।

सूचना मिलते ही खंड विकास अधिकारी रामपुर अभिनव सरोज, उपजिलाधिकारी मड़ियाहूं नवीन कुमार श्रीवास्तव, क्षेत्राधिकारी गिरेंद्र कुमार सिंह, रामपुर थाना प्रभारी विनोद कुमार, पशु चिकित्सक दल और भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। अधिकारियों की देखरेख में मृत गायों को दफनाने की प्रक्रिया शुरू की गई।

एक गंभीर रूप से घायल गाय, जिसकी आंख कौवों ने निकाल दी थी और शरीर को कुत्तों ने नोच डाला था, उसे पशु चिकित्सकों द्वारा तुरंत एक कमरे में आइसोलेट कर उपचार शुरू किया गया। हालांकि डॉक्टरों ने उसकी स्थिति को नाजुक बताया है और उसके बचने की संभावना कम जताई है।
खंड विकास अधिकारी अभिनव सरोज ने बताया, “गौशाला में कुल 190 गायों की टैगिंग है। वीडियो में जो गायें बाहर मृत दिखाई दे रही हैं, उन्हें संभवतः बाहरी लोगों ने वहां फेंका है। लेकिन चार गायें गौशाला परिसर में मृत पाई गई हैं। इनका अंतिम संस्कार किया जा रहा है और घायल गाय का इलाज जारी है।”

उपजिलाधिकारी नवीन कुमार श्रीवास्तव ने आश्वासन दिया है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “गौशाला में हो रही लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जांच के बाद दोषियों पर नियमानुसार कार्रवाई होगी।”
इस घटना ने एक बार फिर से गौशालाओं की वास्तविक स्थिति और प्रशासनिक निगरानी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि समय रहते निगरानी और संसाधनों की व्यवस्था नहीं की गई, तो भविष्य में इससे भी बड़ी घटनाएं हो सकती हैं।
