मायके की जमीन के लालच में अंधी हुई ननदें – भाभी को घर में घसीटकर पीटा, मासूम बेटियों के सामने दरिंदगी
रिपोर्ट – निशांत सिंह
स्थान – जौनपुर, बरसठी क्षेत्र
जौनपुर जिले के बरसठी थाना क्षेत्र से एक अत्यंत शर्मनाक और मानवता को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। जहां जमीन के लालच में रिश्तों का खून करते हुए दो ननदों और उनके पतियों ने मिलकर एक महिला को घर में घसीटकर बेरहमी से पीटा। यह भयावह हमला पीड़िता की मासूम बच्चियों के सामने हुआ, जो चीख-चीखकर अपनी मां की जान की भीख मांगती रहीं।
घटना का विवरण
पीड़िता हिना मौर्या, पत्नी राजकुमार मौर्या, बरसठी बाजार की निवासी हैं। हिना का पति मानसिक रूप से अस्वस्थ है और आजीविका के लिए बाहर रहता है। पीड़िता अपनी दो बेटियों (उम्र 5 और 3 वर्ष) और बुजुर्ग ससुर देवी प्रसाद मौर्या के साथ रहती थी।
10 सितंबर को हिना की ननदें –
- कंचन मौर्या (पत्नी धनीराम, निवासी देवनापुर, भदोही)
- रीता मौर्या (पत्नी अनिल मौर्या)
अपने पतियों के साथ मायके आईं और हिना पर जानलेवा हमला कर दिया।
चारों ने मिलकर पहले हिना को घर में घसीटा, फिर जमीन पर पटककर उसकी बेरहमी से पिटाई की। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमले के दौरान हिना के कपड़े तक फट गए और वह अर्धनग्न अवस्था में आ गई। इस दौरान उसकी बेटियां अपनी मां को बचाने की गुहार लगाती रहीं, लेकिन कोई आगे नहीं आया।
पृष्ठभूमि: जमीन को लेकर पारिवारिक विवाद
पीड़िता का आरोप है कि उसके ससुर की कुछ जमीन गांव के टिम्मल मौर्या के पास अधिया पर दी गई थी। अब टिम्मल, उस जमीन की रजिस्ट्री अपने नाम करवाना चाहता है। इसके लिए उसने हिना की ननदों को अपने पक्ष में कर लिया। जब हिना ने इस साजिश का विरोध किया, तो उसी दिन उस पर हमला कर दिया गया।
हमले के बाद आरोपियों ने न सिर्फ हिना को बच्चियों सहित घर से बाहर निकाल दिया, बल्कि मकान में ताला लगाकर उसे बेघर कर दिया।
“अब हम कहां जाएं?” – पीड़िता की गुहार
हिना ने मीडिया से बात करते हुए रोते हुए बताया,
“मेरा पति मानसिक रूप से अस्वस्थ है। दो छोटी बच्चियां हैं। अगर मायके की जमीन से भी निकाल दिया गया, तो हम सड़क पर आ जाएंगे। प्रशासन से मेरी गुहार है कि मुझे न्याय दिलाया जाए।”
वीडियो वायरल, पुलिस कार्रवाई की मांग
घटना का वीडियो स्थानीय लोगों ने रिकॉर्ड किया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें साफ देखा जा सकता है कि महिला को किस तरह घसीटा और पीटा गया, जबकि बच्चियां रोती-चिल्लाती रहीं।
घटना के बाद से स्थानीय जनता में भारी आक्रोश है। लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि:
- चारों आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी हो
- पीड़िता और उसकी बच्चियों को सुरक्षा और पुनर्वास मिले
- जमीन के विवाद की निष्पक्ष जांच हो
कानूनी नजरिया
भारतीय कानून में बेटियों को भी पैतृक संपत्ति में समान अधिकार प्राप्त हैं। सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट ने समय-समय पर यह स्पष्ट किया है कि महिलाओं को उनके हक से वंचित नहीं किया जा सकता।
लेकिन इस अधिकार का प्रयोग अगर हिंसा और जबरदस्ती के माध्यम से किया जाए, तो वह कानून के खिलाफ है।
प्रशासन और समाज से सवाल
- क्या बेटियों को जमीन में हिस्सेदारी दिलाने के लिए भाभियों को इस तरह प्रताड़ित करना जायज़ है?
- क्या गरीब और असहाय महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी प्रशासन की नहीं है?
- क्या बच्चियों के सामने उनकी मां को अर्धनग्न कर पीटना सिर्फ “घरेलू विवाद” है?
