रामपुर थाना क्षेत्र में नाबालिग लड़कियों के फरार होने का मामला गर्माया
चार दिन में तीन किशोरियां लापता, पुलिस तलाश में जुटी | परिजन बेहाल
जौनपुर: जिले के रामपुर थाना क्षेत्र में इन दिनों नाबालिग लड़कियों के फरार होने का सिलसिला पुलिस के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है। बीते चार दिनों में तीन अलग-अलग मामलों में तीन नाबालिग लड़कियां घर से लापता हो चुकी हैं। इन घटनाओं ने न सिर्फ पुलिस प्रशासन को सक्रिय कर दिया है, बल्कि क्षेत्र में चर्चा का विषय भी बन गई हैं।
पहली घटना: 20 सितंबर को 15 वर्षीय छात्रा लापता
रामपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की 15 वर्षीय छात्रा 20 सितंबर को स्कूल के लिए निकली थी, लेकिन घर वापस नहीं लौटी। परिजनों द्वारा की गई पूछताछ और खोजबीन के बाद जब कोई पता नहीं चला, तो लड़की की मां ने रामपुर थाने में तहरीर दी। जांच में पता चला कि छात्रा एक गैर बिरादरी युवक के साथ भाग गई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर BNSS की धारा 137(2) के तहत मुकदमा पंजीकृत कर तलाशी शुरू कर दी है।
दूसरी घटना: 22 सितंबर को 14 वर्षीय किशोरी प्रेमी संग फरार
इस घटना के महज दो दिन बाद, 22 सितंबर को थाना क्षेत्र के ही एक अन्य गांव से 14 वर्षीय नाबालिग लड़की भी अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई। परिजनों ने थाने में प्रार्थना पत्र देकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है, लेकिन अभी तक कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है।
तीसरी घटना: 13 वर्षीय बच्ची भी हुई लापता
दूसरी घटना के ठीक बाद तीसरी घटना ने पुलिस को और अधिक अलर्ट कर दिया है। 13 वर्षीय एक और नाबालिग लड़की के लापता होने की तहरीर पुलिस को प्राप्त हुई है। परिजन इस बात से स्तब्ध हैं कि आखिर एक के बाद एक इस तरह की घटनाएं क्यों हो रही हैं।
नवागत थाना प्रभारी के लिए चुनौती बनी घटनाएं
तीनों ही घटनाएं थाना क्षेत्र के नवागत थाना प्रभारी के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई हैं। लगातार हो रही इन घटनाओं ने उनकी कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए हैं। हालांकि पुलिस सूत्रों की मानें तो तीनों मामलों में टीमें गठित कर दी गई हैं और संभावित ठिकानों पर छापेमारी जारी है।
परिजन कर रहे हैं न्याय की गुहार
तीनों किशोरियों के परिवारजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वे प्रशासन से अपनी बेटियों की जल्द बरामदगी की मांग कर रहे हैं। खास बात यह है कि जहां पहली किशोरी एक अन्य बिरादरी के युवक के साथ भागी है, वहीं बाकी दो लड़कियां अपने ही बिरादरी के लड़कों के साथ फरार बताई जा रही हैं। इससे समाज में अंतरजातीय और सामाजिक तानाबाना भी चर्चा में आ गया है।
स्थानीय समाजशास्त्रियों और प्रशासन की चिंता
इन घटनाओं को लेकर स्थानीय समाजशास्त्री और प्रशासन चिंतित हैं। किशोरियों के बार-बार लापता होने की घटनाएं बाल सुरक्षा और समाजिक मूल्यों पर गंभीर प्रश्न खड़े करती हैं। स्कूल जाने वाली उम्र में लड़कियों का इस तरह से घर से भागना न सिर्फ परिवार के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए चिंताजनक है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि रामपुर पुलिस इन मामलों को कितनी जल्दी सुलझा पाती है और नाबालिग लड़कियों को सकुशल वापस लाने में कितनी सफल होती है।
