Jaunpur News:अश्रु पूर्ण आंखों से माँ के भक्तों ने दुर्गा मां को दी विदाई,भक्तों और श्रद्धालुओं के चेहरों पर दिखी मायूसी
Jaunpur News:अश्रु पूर्ण आंखों से माँ के भक्तों ने दुर्गा मां को दी विदाई,
भक्तों और श्रद्धालुओं के चेहरों पर दिखी मायूसी
रिपोर्ट-मोहम्मद अरसद
शाहगंज। शारदीय नवरात्रि के पहले दिन से नवें दिन तक दुर्गा पूजा के पंडाल में भक्तों की भीड़ लगी रही। प्रतिदिन सुबह शाम आरती और फिर प्रसाद वितरण के अलावा तमाम भक्ति मय कार्यक्रम आयोजित होते रहे। एक भक्ति भाव से युक्त वातावरण स्थापित होने से भक्ति का सास्वादन भक्तगण और दर्शनार्थी करते रहे। आज 9 दिन खुशी, मां के वात्सल्य प्रेम और स्नेह के माहौल में कब बीत गए कुछ पता नहीं चला किंतु नवमी उपरांत माता की विदाई का भी समय आ गया । जहां एक खुशी का माहौल रहता था वहीं न चाहते हुए भी नम आंखों से माता रानी के भक्तों और श्रद्धालुओं ने दुर्गा मां को विदा किया।भक्तों के चेहरे पर मायूसी स्पष्ट रूप से झलक रही थी । लालापुर के ग्राम प्रधान संजय पांडेय की देखरेख में विकासखंड क्षेत्र सुइथाकला अंतर्गत रुधौली बाजार के निकट नहर के पास दुर्गा पूजा की प्रतिमाओं को विसर्जित किया गया। थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने कहा कि हर नागरिक को अपने हिसाब से पूजा पाठ और उपासना करने का सांवैधानिक अधिकार प्राप्त है।
सभी लोगों को शांति , सद्भाव सौहार्द्र और आपसी भाईचारे की भावना से युक्त होकर अपनी भक्ति और श्रद्धा भावना व्यक्त करते हुए त्योहार मनाना चाहिए।विसर्जन कार्यक्रम को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए पुलिस बल की तैनाती थी और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।ग्राम प्रधान संजय पांडेय ने कहा कि नवरात्रि के नौ दिन अत्यंत सुखद माहौल में बीत गए। मां की विदाई का यह समय बहुत दुख भरा होता है जब लोग अपनी ममतामयी मां को अश्रु पूर्ण आंखों से विदा करते हैं।उन्होंने कहा कि मां का दरबार सभी इंसानों के लिए समान रूप से हमेशा खुला रहता है इसके लिए हमारा मन निर्मल होना चाहिए। जो भी मनुष्य निष्काम भाव और छल कपट से परे होकर इनकी शरण में आता है उनके सारे दुख और क्लेश माँ की कृपा से समाप्त हो जाते हैं ।परिवार सुखी हो जाता है। मौके पर उप निरीक्षक लक्ष्मण सिंह सहित थाने की पुलिस फोर्स मौजूद थी।ग्राम प्रधान द्वारा प्रकाश और अन्य आवश्यक समुचित व्यवस्था की गई थी। बृजेश यादव, संतोष खरवार, हेमंत पांडेय ( डब्बू) आदि लोगों ने सहयोग किया।