Jaunpur News:कोटगांव में ग्रामीणों का सड़क निर्माण को लेकर विरोध प्रदर्शन, “रोड नहीं तो वोट नहीं” का लगाया नारा

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कोटगांव में ग्रामीणों का सड़क निर्माण को लेकर विरोध प्रदर्शन, “रोड नहीं तो वोट नहीं” का लगाया नारा
जौनपुर, रामपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत कोटगांव (विशेनपुरा) के ग्रामीणों ने सड़क निर्माण की मांग को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। चौरा माता मंदिर के समीप एकत्र हुए दर्जनों महिलाओं और पुरुषों ने “रोड नहीं तो वोट नहीं” का नारा लगाते हुए ऐलान किया कि जब तक गांव में पक्की सड़क नहीं बनेगी, तब तक वे आगामी चुनावों में वोट का बहिष्कार करेंगे।
ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से गांव में चकरोड तो मौजूद है, लेकिन आज तक उस पर पक्की इंटरलॉकिंग सड़क नहीं बनाई गई। इससे वर्षा ऋतु में कीचड़ और फिसलन के कारण ग्रामीणों, विशेषकर बुजुर्गों और बच्चों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है। ग्रामीणों ने बताया कि इस संबंध में कई बार ग्राम प्रधान और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से शिकायत की गई, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।
मूलभूत सुविधाओं से वंचित गांव
प्रदर्शनकारियों ने यह भी आरोप लगाया कि गांव में शौचालय, पेयजल, और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं तक नहीं हैं। जल जीवन मिशन के अंतर्गत गांव में पाइपलाइन तो बिछाई गई, लेकिन इसके कारण आने-जाने का एकमात्र रास्ता भी खराब हो गया।
वृद्ध कमला सिंह ने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि एक सीएससी संचालक ने उनसे वृद्धा पेंशन बनवाने के नाम पर ₹2000 लिए, लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी पेंशन स्वीकृत नहीं हुई।
प्रदर्शनकारियों में शामिल रहे:
भुआल, पंचम राम प्रजापति, यसक्त सिंह, करिया सिंह, विकास सिंह, विकास यादव, हरेंद्र सिंह, बंटी सिंह, पिंकी सिंह, मंजू सिंह, नेहा, मनोरमा सिंह, नन्हे सिंह, मनोज सिंह, सूरज यादव, मुन्नू, डॉ. अशोक सिंह, सुनील सिंह, श्वेता सिंह सहित कई ग्रामीणों ने प्रदर्शन में भाग लिया।
ग्राम प्रधान का पक्ष:
इस संबंध में ग्राम प्रधान संजय कुमार ने बताया कि ग्रामीण जिस चकरोड पर सड़क निर्माण की मांग कर रहे हैं, वहां एक पूर्व प्रधान द्वारा करीब 20–25 वर्ष पूर्व अवैध रूप से मकान बना लिया गया है, जिस कारण मामला वर्तमान में माननीय तहसील न्यायालय में विचाराधीन है। जब तक न्यायालय से निर्देश प्राप्त नहीं होता, तब तक निर्माण कार्य संभव नहीं है।