Jaunpur News:तेज हवाओं ने फसलों को किया जमीदोंज, आंधी के साथ बेमौसम बारिश ने किसानों की तोड़ी कमर

Jaunpur News:तेज हवाओं ने फसलों को किया जमीदोंज,
आंधी के साथ बेमौसम बारिश ने किसानों की तोड़ी कमर
शाहगंज।किसानों के लिए पुराने जमाने मे एक कहावत कही जाती रही”उत्तम खेती मध्यम बान। अधम चाकरी भीख निदान॥”
जिसका अर्थ सर्वश्रेष्ठ व्यवसाय खेती है।मध्यम कोटि का व्यवसाय व्यापार है।नौकरी अधम है।किन्तु भीख मांगना सबसे निकृष्ट कोटि का है।
परन्तु आज के दौर में यह कहावत फिट नहीं बैठ रही है क्योंकि बेमौसम बरसात और तेज हवा से फसलों को भारी नुकसान हुआ है।देर रात्रि में आए आंधी ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया बताते चलें कि गेहुँ की बुवाई समय से करने वाले किसानों को बेमौसम आंधी पानी से अधिक नुकसान का सामना करना पड़ा है।
गेहूं की फसल गिर गई तो सरसो की फलियां टूट गई हैं।वहीं आलू खेत की खुदाई प्रभावित हुई है।जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है।अचानक मौसम में बदलाव आया और तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई।गेहूं में बाली आई हुई है और फ्लॉवरिंग स्टेज पर बारिश के साथ हवा फसल के लिए नुकसानदायक रही।इससे गेहूं की पैदावार बेहद कम हो सकती है।
सरसो की फसल भी पककर तैयार है।इससे भी काफी नुकसान हुआ है।वहीं जिस आलू की अभी खोदाई नहीं हुई है,उसमें गलाव शुरू हो जाएगा। इसके अलावा भी तोरई व खीरा की फसल भी बारिश के कारण प्रभावित हुई है।
तहसील क्षेत्र के पोरई कलाँ निवासी किसान गिरीश कुमार मिश्र ने कहा कि “गेहुँ फ्लॉवरिंग स्टेज पर था तेज हवा तथा बारिश के कारण गेहुँ की सम्पूर्ण फसल जमींदोज हो गई है तथा खेतों में पानी लग गया है।”
इन बाबत पूछे जाने पर जिला कृषि अधिकारी जौनपुर ने कहा “एडीओ(एजी) द्वारा सर्वे करवाया जाएगा।”
ऐसे में चाहे जो भी हो कर्ज लेकर खेती करने वाले किसानों की सुध लेने वाला कोई दिखाई नहीं दे रहा है।किसान हित सिर्फ नेताओं के भाषणों तक सीमित होकर रह गया है।देखने वाली बात होगी कि जिम्मेदार प्रभावित किसानों को मुवावजा दिलवा पाते हैं अथवा नहीं।