Jaunpur News:बीआरसी पर एफ एल एन प्रशिक्षण का हुआ समापन
Jaunpur News:बीआरसी पर एफ एल एन प्रशिक्षण का हुआ समापन
रिपोर्ट–मनोज कुमार सिंह
जलालपुर —– विकास क्षेत्र के शिक्षकों का एफ. एल. एन. प्रशिक्षण २१सितंबर को समाप्त हो गया. फाऊंडेशनल लिटरेसी और न्यूमैरेसी अर्थात बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता पर आधारित शिक्षक प्रशिक्षण २१ अगस्त से प्रारंभ होकर 21 सितंबर को समाप्त हुआ। 82 प्राथमिक विद्यालय और 23 कंपोजिट विद्यालयों कुल 105 विद्यालयों के 517 शिक्षकों शिक्षामित्र को प्रशिक्षित किया गया .। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इस वर्ष कक्षा एक और दो में लागू एनसीईआरटी आधारित नवीन पाठ्य पुस्तकों सारंगी (हिंदी) आनंदमय गणित (गणित) और मृदंग (अंग्रेजी) की जानकारी के साथ-साथ उनके उपयोग की रणनीति की जानकारी सभी शिक्षकों को देना तथा के कक्षा 1,2,3 की हिंदी गणित की आधारशिला क्रियान्वयन संदर्शिकाओं, कार्यपुस्तिकाओं के नियमित प्रयोग के साथ-साथ साथ कक्षा 4 और 5 में भी संदर्शीका आधारित शिक्षण तथा 42 दिन की पुनरावृत्तयतमक और उपचारात्मक योजना की जानकारी देना। साथ-साथ संदर्शीका आधारित शिक्षण करके छात्रों को सक्षम बनाते हुए निपुण बनाने के उद्देश्य से सभी शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण 50-50 के बैच में कुल 10 बैच में ब्लॉक संसाधन केंद्र जलालपुर के प्रशिक्षण कक्ष में आयोजित किया गया ।खंड शिक्षा अधिकारी श्री राजेश कुमार सिंह के संयोजकत्व में नवाचारी उपागमों के साथ प्रशिक्षण की उत्तम व्यवस्था की गई ।प्रशिक्षण में सभी शिक्षकों से आह्वान करते हुए खंड शिक्षा अधिकारी ने कहा कि आप 5 पॉइंट टूल किट और अपने लिए गए प्रशिक्षण के आधार पर अपने विद्यालयों को निपुण बनाने का प्रयास करें, हमें पूरा विश्वास है कि आप सभी निर्धारित तिथियां में अपने विद्यालयों को अवश्य निपुण बना पाएंगे ।प्रशिक्षक डॉ गिरीश कुमार सिंह, रूद्र सेन सिंह ,राय साहब शर्मा, अनिल कुमार गुप्ता और देवेंद्र दुबे ने पूरे प्रशिक्षण को बड़ी कुशलता व कर्मठता के साथ संचालित किया। प्रशिक्षकों के द्वारा सभी शिक्षकों को आधारशिला क्रियान्वयन संदर्शिकाओं से शिक्षन करने नवीन पाठ्य पुस्तकों और कार्यपुस्तिकाओं के साथ टी एल एम गणित किट प्राप्त कराएं गए कहानी, कविता के चार्ट पोस्टर ,चित्र चार्ट का प्रयोग करते हुए कक्षा एक से तीन और चार पांच के छात्रों को निपुण बनाने तथा सक्षम विद्यार्थी बनाने के विभिन्न तरीके प्रशिक्षकों द्वारा विस्तार से बताए गए। माह भर चले प्रशिक्षण में सभी शिक्षकों शिक्षामित्र ने उत्साह पूर्वक सहभाग किया। कार्यालय सहायक नीरज, रामचंद्र और किशन का प्रशिक्षण की पूर्णता में विशेष योगदान रहा।