मुंगरा पुलिस ने दोहरे हत्याकांड का किया खुलासा, तीन अभियुक्त गिरफ्तार
- व्यवसायिक लेन-देन बना हत्या का कारण
- मृतकों का सगा साला ही निकला मुख्य साजिशकर्ता
मुंगराबादशाहपुर, जौनपुर।
थाना मुंगराबादशाहपुर क्षेत्र में हुए दोहरे हत्याकांड का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। यह हत्याकांड बीते 13 सितंबर 2025 की शाम को घटित हुआ था, जिसमें गांव मझगवां चंदौकी के निवासी दो सगे भाइयों 60 वर्षीय शाहजहां और 50 वर्षीय जहांगीर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने खुलासा किया है कि हत्या का मुख्य कारण आपसी व्यवसायिक लेन-देन था, और मुख्य साजिशकर्ता कोई और नहीं बल्कि मृतक शाहजहां का सगा साला निकला।
हत्या के पीछे का कारण
थाना प्रभारी निरीक्षक के. के. सिंह ने बताया कि मृतकों के परिजन आफताब आलम (पुत्र शाहजहां) की तहरीर पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई थी। विवेचना के दौरान सामने आया कि टुन्ने उर्फ मो० कलीम, जो मृतक शाहजहां का साला है, ने अपने साढे़ रिश्तेदारों के साथ मिलकर इस हत्या की साजिश रची थी। कलीम ने पुलिस को बताया कि मृतक भाई उसके पैसे हड़प चुके थे और जब उसने पैसे मांगे तो उसे बेइज्जत कर घर में घुसकर तोड़फोड़ की गई थी। इस अपमान और नुकसान का बदला लेने के लिए उसने हत्या की योजना बनाई।
जेल से रची गई थी साजिश
गिरफ्तार अभियुक्त इन्तखाब उल मुख्तार ने पूछताछ में बताया कि वह जौनपुर जिला कारागार में बंद अपने मामा सोनू उर्फ सिराज के संपर्क में था, जो जेल से मोबाइल के जरिए रंगदारी व हत्या की साजिशें रचता था। उसी ने इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए भाड़े के शूटरों की व्यवस्था की थी। इन्तखाब के अनुसार, हत्या की योजना 26 अप्रैल 2025 को जेल में ही बनी थी।
दोस्ती और धोखे का खेल
तीसरे गिरफ्तार अभियुक्त सच्चे उर्फ मुअज्जम ने बताया कि उसका मृतक जहांगीर और शाहजहां के साथ जमीन और व्यवसाय के पैसों को लेकर विवाद था। पहले उसे हिस्सा दिया जाता था, लेकिन बाद में देना बंद कर दिया गया। इसी कारण उसने साजिश में शामिल होने का निर्णय लिया। उसने यह भी बताया कि इससे पहले भी एक बार जहांगीर की हत्या के प्रयास के तहत मुंबई में एक महीने तक उसका पीछा किया गया था, लेकिन संदेह होने पर वह घर से बाहर निकलना बंद कर चुका था।
पुलिस को क्या मिला?
गिरफ्तारी के समय पुलिस को आरोपियों के पास से दो मोबाइल फोन और 740 रुपये नकद बरामद हुए। यह कार्रवाई शनिवार की सुबह तरहठी मोड़ के पास की गई, जहां मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने तीनों को धर दबोचा।
गिरफ्तारी में शामिल टीम
इस सफल ऑपरेशन में थाना प्रभारी निरीक्षक के. के. सिंह, चौकी प्रभारी सतहरिया गंगा सागर मिश्र, हेड कांस्टेबल राकेश यादव, कांस्टेबल पंकज मिश्रा, संदीप यादव (द्वितीय), जितेन्द्र यादव (प्रथम) और राकेश मणि शामिल रहे।
पुलिस अधीक्षक ने दी सराहना
जिले के पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ ने टीम को बधाई दी और बताया कि अभियुक्तों के खिलाफ सख्त धाराओं में कार्यवाही की जाएगी तथा अन्य सहयोगियों की तलाश की जा रही है।
