रामपुर का ऐतिहासिक दशहरा मेला 11 व 12 अक्टूबर को, सुरक्षा के व्यापक इंतज़ाम
जौनपुर, रामपुर।
जौनपुर जनपद के रामपुर थाना क्षेत्र के रामपुर व धनुहाँ गांवों में लगने वाला ऐतिहासिक दशहरा मेला इस वर्ष 11 अक्टूबर को आयोजित किया जाएगा, जबकि भरत मिलाप का विशाल आयोजन 12 अक्टूबर को संपन्न होगा। यह मेला सदियों पुरानी परंपरा को संजोए हुए है और क्षेत्र के सबसे बड़े सांस्कृतिक आयोजनों में गिना जाता है।
हर साल की तरह इस बार भी मेले में हजारों श्रद्धालु और दर्शक जुटने की संभावना है। भारी भीड़ और मेले की भव्यता को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतज़ाम किए हैं। स्थानीय पुलिस के साथ-साथ पड़ोसी जनपदों की फोर्स भी तैनात रहेगी, जिससे शांति व कानून व्यवस्था बनी रहे।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और धार्मिक महत्व
इस मेले की शुरुआत कार्तिक पंचमी के पावन अवसर पर होती है। पहले दिन भगवान श्रीराम और रावण के युद्ध की भव्य मंचीय प्रस्तुति होती है, जिसके बाद रावण के विशालकाय पुतले का दहन किया जाता है। यह दृश्य न सिर्फ धार्मिक आस्था से जुड़ा होता है बल्कि लोगों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र भी होता है।
दूसरे दिन भरत मिलाप के आयोजन में श्रद्धा और संस्कृति का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। इस दिन रंग-बिरंगी झांकियों के साथ-साथ बड़ी-बड़ी चौकियों की शोभायात्रा निकाली जाती है, जो पूरी रात चलती है। इन झांकियों में रामायण के विभिन्न प्रसंगों का चित्रण किया जाता है, जिन्हें देखने के लिए आसपास के गांवों व जनपदों से भी बड़ी संख्या में लोग जुटते हैं।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम
मेले के दौरान रात भर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है। स्थानीय कलाकारों के साथ-साथ बाहर से आए कलाकार भी रामलीला, भजन, नाटक व नृत्य प्रस्तुत करते हैं, जो दर्शकों को रात भर बांधे रखते हैं।
प्रशासन पूरी तरह सतर्क
मेले में उमड़ने वाली भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। पुलिस बल के साथ-साथ चिकित्सा व आपातकालीन सेवाओं की भी तैनाती रहेगी। सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की व्यवस्था की जा रही है, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
रामपुर का यह मेला न सिर्फ धार्मिक भावना से जुड़ा है बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक समरसता का भी प्रतीक बन चुका है। यह आयोजन नयी पीढ़ी को अपनी परंपरा और संस्कृति से जोड़ने का भी महत्वपूर्ण माध्यम बनता जा रहा है।
