Mirzapur News:चील्ह थाना प्रभारी को एंटी करप्शन की टीम 30 हजार घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा,पुलिसकर्मियों में मचा हड़कंप

चील्ह थाना प्रभारी को एंटी करप्शन की टीम 30 हजार घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा
मिर्जापुर। जिले में एंटी करप्शन टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चील्ह थाना प्रभारी निरीक्षक को 30 हजार रुपए घुस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया और उन्हें घसीटते हुए गाड़ी में बैठाकर कोतवाली ले जाकर करवाई किया। इस कार्रवाई से मिर्जापुर जिले के पुलिसकर्मियों में हड़कम्प मचा रहा।
जानकारी के अनुसार मिर्जापुर जिले की चील्ह थाना की एक गांव निवासी लड़की और चंदौली निवासी एक युवक के बीच प्रेम प्रपंच का मामला चल रहा था इसी को लेकर लड़की के मामा ने चील्ह थाना प्रभारी निरीक्षक शिव शंकर सिंह से मुकदमा लिखने की बात कही जिस पर आरोप है कि थानाध्यक्ष महोदय ने 50 हजार रूपए की लड़की के मामा से मांग किया। इसके बाद लड़की के मामा ने मिर्जापुर पुलिस अधीक्षक से मिलकर मुकदमा नहीं लिखने की शिकायत किया। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। तब पीड़ित ने 25 फरवरी को आइजीआरएस में ऑनलाइन शिकायत किया। बावजूद पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई। योगीराज में इतनी बड़ी भ्रष्टाचार को पीड़ित मामा ने सहन नहीं कर पाया और उसने भ्रष्टाचार की पोल को खोलने के लिए मिर्जापुर जनपद में तैनात एंटी करप्शन टीम के प्रभारी विनय कुमार सिंह से मिलकर आप बीती बताई। इसके पूर्व पीड़ित मामा ने थानाध्यक्ष प्रभारी निरीक्षक शिव शंकर सिंह से मिलकर पहली किश्त 30 हजार देने के लिए राजी कर लिया, तय हुआ कि पहली किश्त देने के बाद ही मुकदमा लिखा जाएगा। इसके बाद पीड़ित ने एंटी करप्शन टीम से तय समय पर पैसा देने की बात बताइ। फिर क्या पीड़ित लड़की के मामा ने पहली किश्त 30 हजार लेकर एंटी करेप्शन टीम के साथ चील्ह थाना पहुंच गया और जैसे ही पैसा प्रभारी निरीक्षक ने लिया टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया और थानाध्यक्ष महोदय गिड़गिड़ाते लगे लेकिन टीम उन्हें घसीटते हुए अपनी पुलिस गाड़ी में बैठाकर कोतवाली ले गई और लिखा पढ़ी कर उन्हें जहां भेजना था वहां भेज दिया।
प्रभारी निरीक्षक शिवशंकर सिंह कभी जौनपुर जनपद में एसओजी प्रभारी और बक्सा थानाध्यक्ष के पद को सुशोभित कर चुके हैं। वैसे तो यहां भी उनकी भ्रष्टाचार की शिकायत काफी थी लेकिन पद पर रहते क्या मजाल कि उनके ऊपर कोई उंगली उठा पाता लेकिन किसी ने ठीक ही कहा है कि भगवान के घर देर है लेकिन अंधेर नहीं है जिसका खामियाजा प्रभारी निरीक्षक को मिर्जापुर जिले की चील्ह में जाकर भुगतना पड़ा।