ईडी ने फ्रॉड चीनी लोन एप्स से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कोलकाता में छापेमारी कर भारी मात्रा में कैश जब्त की है.

कोलकाता: चीनी लोन ऐप धोखाधड़ी केस में पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने फ्रॉड चीनी लोन एप्स से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कोलकाता में छापेमारी कर भारी मात्रा में कैश जब्त की है. अधिकारियों ने जानकारी दी है कि 6 परिसरों में रेड मारने पर अब तक 7 करोड़ रुपए कैश बरामद कर लिए गए हैं. फिलहाल, गिनती अब भी जारी है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मनी लॉन्ड्रिंग यानी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत कोलकाता के 6 परिसरों में मोबाइल गेमिंग एप्लीकेशन से संबंधित जांच के सिलसिले में आज तलाशी अभियान चलाई गई. इस दौरान रेड में अब तक 7 करोड़ रुपये नकद मिले हैं,
जबकि कैश की गिनती अब भी जारी है. माना जा रहा है कि अभी और कई करोड़ रुपए कैश मिलेंगे. यहां बताना जरूरी है कि इसी मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने 3 सितंबर को पेटीएम, रेजरपे और कैशफ्री के बेंगलुरु स्थित ठिकानों पर छापेमारी की थी.
कांग्रेस ने उठाया था सवाल
बता दें कि बीते दिनों कांग्रेस ने इस मामले में कार्रवई न करने का दावा करते हुए कहा था कि चीनी लोन ऐप की जालसाजी के कारण कई लोग आत्महत्या करने को मजबूर हुए हैं, लेकिन सरकार ने कोई उचित कार्रवाई नहीं की. पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा था कि पिछले 2 साल में चीनी लोन ऐप, जिनकी संख्या लगभग 1100 हो चुकी है, उनमें से 600 अवैध हैं. 2017-2020 के बीच इन ऋण एप से डिजिटल ट्रांजेक्शन में 12 गुना की वृद्धि हुई है. वल्लभ ने दावा किया था कि चीनी ऋण ऐप के कारण देश के 52 लोग आत्महत्या कर चुके हैं.
सरकार ने दिया था जवाब
चीनी लोन ऐप केस पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद के बीते मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में कहा था कि सरकार संदिग्ध ऋण ऐप के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. उन्होंने कहा था कि उन भारतीय लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है, जिन्होंने ऐसे एप को स्थापित करने में मदद दी है. वित्त मंत्री ने प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक सवाल का जवाब देते हुए यह भी कहा था कि ज्यादातर संदिग्ध एप एक विशेष देश से जुड़े हैं और लोन लेने वाले कई लोगों को परेशान किया जा रहा है और इन एप के जरिए पैसे उगाहे जा रहे हैं.