किसी भी बच्चे को नहीं किया जाएगा शिक्षा से वंचित- —-
जलालपुर — ब्लॉक संसाधन केंद्र पर आउट ऑफ स्कूल बच्चों की विशेष प्रशिक्षण शारदा हेतु विकास क्षेत्र जलालपुर के सभी 133 विद्यालयों के नोडल शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ खंड शिक्षा अधिकारी जलालपुर रमाकांत सिंह ने सरस्वती चित्र पर माल्यार्पण कर किया । खण्ड शिक्षा अधिकारी ने सभी नोडल शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस विशेष प्रशिक्षण का लाभ आउट ऑफ स्कूल बच्चों को मिलना चाहिए। आप लोगों के द्वारा जिस बच्चों को आउट ऑफ स्कूल के लिए चिह्नित किया गया है या करेंगे उन्हें इस विशेष प्रशिक्षण के माध्यम से तैयार करके मुख्यधारा में लाने का प्रयास आपको करना है ।
माड्यूल आधारित प्रशिक्षण में हिंदी गणित ,विज्ञान, अंग्रेजी और सामाजिक विषय आदि विषयों के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्तरीय पाठ्यक्रम को सम्मिलित किया गया। प्रशिक्षकों द्वारा विभिन्न विषयों पर पीपीटी के माध्यम से विस्तार से प्रशिक्षित किया गया निशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के अनुसार यदि कोई बच्चा 6 वर्ष की आयु पर विद्यालय में प्रवेश नहीं ले पाता है तो वह बाद में अपनी उम्र के अनुरूप 14 वर्ष की आयु तक कक्षाओं में प्रवेश ले सकता है उसे अपनी कक्षा के स्तर पर आने के लिए निशुल्क प्रशिक्षण पाने का अधिकार है।
किसी भी बच्चे को शिक्षा के अधिकार से वंचित नहीं किया जाएगा और जब तक उसकी प्रारंभिक शिक्षा पूर्ण नहीं हो जाती तब तक उसे ना तो विद्यालय से निकाला जाएगा और ना ही उसे अगली कक्षा में प्रोन्नत से विरत किया जाएगा । प्रशिक्षण में बच्चों को स्वाध्याय करने, स्वयं करके सीखने, बोलने ,कल्पना करने के अवसर देने पर विस्तार से चर्चा हुई।
कक्षा में सीखने सिखाने की अवधि में बच्चों के साथ अंतःक्रिया करने उन्हें अभिव्यक्त के अवसर देने टी एल एम का उपयोग करते हुए, गतिविधियों का आयोजन करते हुए, मुख्यधारा से जोड़ने हेतु शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया ।प्रशिक्षण में प्राथमिक, उच्च प्राथमिकऔर कंपोजिट सहित कुल133 स्कूलों के आउटऑफ स्कूल बच्चों हेतु नामित नोडल शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया।जिसमें रुद्रसेन सिंह ,देवेंद्र दुबे, डॉ गिरीश कुमार सिंह, रायसाहब शर्मा, अनिल कुमार गुप्ताआदि प्रशिक्षक की भूमिका में रहे।
रिपोर्ट – मनोज कुमार सिंह