जौनपुर।बाल संरक्षण के मद्देनजर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन

बाल संरक्षण के मद्देनजर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन —

रिपोर्ट-मनोज कुमार सिंह

जौनपुर —- मानव संसाधन एवं महिला विकास संस्थान व सरजू प्रसाद शैक्षिक समाजिक एवं सांस्कृतिक संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में बाल संरक्षण के मुद्दे पर जिला स्तरीय कार्याशाला का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता जिला प्रोबेशन अधिकारी विजय कुमार पाण्डेय ने किया। बाल संरक्षण के मुद्दे पर आयोजित इस कर्याशाला में जनपद जौनपुर के विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे,। जिसमें जनपद में बाल संरक्षण से सम्बंधित योजनाओं पर प्रकाश डालते हुये ग्राम हितैषी बाल पंचायत व जौनपुर जिले को बाल श्रम मुक्त बनाने पर योजना बनाने के लिये चिंतन और सार्थक चर्चा हुई । कार्यक्रम का शुभारम्भ विजय कुमार पाण्डेय जिला प्रोबेशन अधिकारी के हाथों दीप प्रज्वलन करके किया गया।

बाल कल्याण समिति के सदस्य उमाशंकर ने अपने उदबोधन में जे0 जे0 एक्ट व बच्चों की सुरक्षा को लेकर किये जा रहे कार्यों पर चर्चा करते हुये बताया कि बालश्रम रोकथाम और उन्मूलन के लिये ग्राम स्तर पर प्रयास किये जाने की आवश्यकता है। इसी क्रम में विशिष्ट अतिथि राजीव सिंह श्रम सेवायोजन एवं कौशल विकास अधिकारी ने सभी विभाग द्वारा संचालित योजनाओं को सुरक्षित संचालन का आग्रह किया। ए एच टी यू के गायत्री प्रसाद द्वारा बाल तस्करी के रोकथाम व बाल श्रम के उन्मूलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले योजनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बाल श्रम रोकथाम के लिए ग्राम स्तर पर कार्य करने की अत्यंत आवश्यकता है। बाल संरक्षण और बालश्रम रोकथाम पर सभी विभागों को प्रभावी समन्वय के साथ कार्य करने की आवश्यकता है।

मानव संसाधन एवं महिला विकास संस्थान की वरिष्ठ प्रबंधक सुश्री शहनाज़ ने संस्था द्वारा बाल संरक्षण और बालश्रम रोकथाम में विद्यालय प्रबंधन समिति के साथ किये गये अध्धयन को साझा किया और अपील की कि बाल संरक्षण को सुनिश्चित करने के लिए अनेकों प्रयासों के साथ साथ शिक्षा विभाग विद्यालय प्रबंधन समिति के माध्यम से बच्चों के नामांकन, व ठहराव सुनिश्चित करने के लिए कोई आसान और प्रभावी टूलकिट बना सकती है तो ये महत्वपूर्ण होगा।उन्होंने कहा कि जो परिवार बाल श्रम से प्रभावित है, या बाल श्रम के संभावित खतरे में है; उनको गांव स्तर पर रोजगार प्रदान के लिए आजिविका मिशन‌ एक प्रभावी रणनीति हो सकती हैं ।ग्राम पंचायत को बाल हितैषी बनाने की दिशा में ग्राम पंचायत विकास योजना में बाल संरक्षण के मुद्दे को प्राथमिकता से जोड़ना एक महत्वपूर्ण पहल है ।

कार्यशाला में मुरलीधर गिरी द्वारा जे0 जे0 एक्ट पर प्रकाश डाला गया व बाल संरक्षण अधिकारी चन्दन राय द्वारा बाल संरक्षण की योजनाओं और प्रगति पर विस्तार से प्रकाश डाला गया । डा0 सुधा सिंह, निदेशक जन शिक्षण संस्थान ने महिलाओ को दिये जाने वाले कौशल प्रशिक्षण पर प्रकाश डाला । जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य मनोज वर्मा ने जिला विधिक सेवा प्रधिकरण ने वंचित समुदाय में दिये जा रहे मुफ्त क़ानूनी सेवाओं के बारे में बताया । संजय उपाध्याय, निदेशक सरजू प्रसाद शैक्षिक समाजिक एवं सांस्कृतिक संस्थान ने कहा कि बाल संरक्षण का मुद्दा केवल कानून का ही नहीं , बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक विषय है। इस विषय पर नागर समाज, गैर सरकारी संगठन और सरकार के विभिन्न तंत्रों को साथ आना होगा और हर स्तर पर प्रयास करना होगा ताकि संरक्षण एक संस्कृति बन सके। बाल कल्याण समिति के सदस्यगण माधुरी गुप्ता एवं सी.बी.सिंह द्वारा बाल सुरक्षा में बाल कल्याण समिति की भूमिका पर चर्चा किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विजय कुमार पाण्डेय , जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा बाल संरक्षण से सम्बंधित चलायी जा रही मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, कन्या सुमंगला योजना इत्यादि पर प्रकाश डाला गया व सभी से अनुरोध किया गया कि बाल संरक्षण विषय पर सभी विभागों को एक साथ जुड़कर कार्य करने की आवश्यकता है। इस कार्यक्रम में बाल संरक्षण से सम्बंधित व गाव में बच्चों की सुरक्षा विषय पर प्रचार प्रसार के लिये एक पोस्टर तैयार किया गया।

कार्यक्रम में सरोज वर्मा, पूनम गौतम , शोभना स्मृति, शैलेन्द्र निषाद, प्रधानाध्यापक प्रमोद प्रजापति, सुबास सरोज, जिला अस्पताल की काउन्सलर सीमा सिंह , राखी सिेह, सामाजिक कार्यकर्ता मनोज पाल और सस्था की जिला प्रभारी आशु वर्मा इत्यादि उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का संचालन डा0 दिलीप सिंह, सदस्य जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा किया गया व धन्यवाद ज्ञापन राकेश मौर्या ने किया ।

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