जौनपुर।सुरेरी गांव के ग्रामीणों ने भाजपा मंडल महामंत्री के खिलाफ किया प्रदर्शन,राशन कार्ड व जल निगम के पानी की सप्लाई के नाम पर धन वसूली करने का लगाया आरोप
जौनपुर।सुरेरी गांव के ग्रामीणों ने भाजपा मंडल महामंत्री के खिलाफ किया प्रदर्शन,राशन कार्ड व जल निगम के पानी की सप्लाई के नाम पर धन वसूली करने का लगाया आरोप
जौनपुर।सुरेरी- स्थानीय गॉव में भाजपा नेता पर धन उगाही का आरोप लगाते हुये भाजपा के बूथ अध्यक्ष के नेतृत्व में ग्रामीणों द्वारा प्रदर्शन किया गया प्रदर्शन ।
जानकारी के अनुसार विकासखंड रामपुर के सुरेरी गॉव में रविवार की दोपहर भाजपा के सुरेरी के बूथ अध्यक्ष अशोक राजभर के नेतृत्व में काफी संख्या में ग्रामीणों ने भाजपा के मंडल महामंत्री नोनारी प्रदीप सिंह के खिलाफ घंटों प्रदर्शन किया।
ग्रामीणों का आरोप है कि प्रदीप सिंह द्वारा राशन कार्ड बनवाने के नाम पर कई ग्रामीणों से 2000 से लेकर 2500 रुपये की मांग की गई, जिसे ग्रामीणों द्वारा दिया भी गया, लेकिन अभी तक राशन कार्ड नहीं बन सका।
वहीं ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि जल निगम की पानी की सप्लाई को मंडल महामंत्री द्वारा लीकेज होने के नाम पर बंद करा दिया जाता है, और जब कई दिनों तक पानी की सप्लाई बंद रहती है और ग्रामीण परेशान हो जाते हैं तो मंडल महामंत्री द्वारा ग्रामीणों से लीकेज सही कराने के नाम पर धन वसूली कर पानी की सप्लाई शुरू करा दी जाती है।
वहीं कुछ दिन तक पानी की सप्लाई चलने के बाद पुनः सप्लाई को रोक दिया जाता है और फिर धन वसूली की पुनरावृत्ति होने के बाद सप्लाई शुरू करा दी जाती है। जिससे अजीज ग्रामीणों मामले की शिकायत भाजपा के जिला महामंत्री राजेंद्र श्रीवास्तव से किया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
जिससे नाराज सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण रविवार की दोपहर मंडल महामंत्री प्रदीप सिंह के खिलाफ घंटों प्रदर्शन किए, वही कुछ संभ्रांत लोगों के समझाने के बाद ग्रामीण शांत हुए। प्रदर्शन करने वाले में मुख्य रूप से नीरज, कमलेश, राजेश, अजय, ज्ञानी, मालती, इसरावती, संदीप, धीवर, प्रमोद, सहित सैकड़ों पुरुष व महिलाएं उपस्थित रहे। इस सम्बंध में भाजपा मंडल महामंत्री प्रदीप सिंह से फोन पर बात हुई तो उन्होंने बताया कि आरोप बेबुनियाद है कुछ लोग द्वेषवश यैसा कर रहे हैं आगे संगठन का चुनाव है बदनाम करने के लिए संगठन के ही कुछ लोग साजिश रच कर यैसा किये हैं जबकि यैसा कुछ भी नहीं है आरोप गलत व निराधार हैं।