पत्नी के अंतिम संस्कार की बारात निकलते ही पति ने भी दम तोड़ दिया, साथ ही दोनों की चिता भी जल गई.As soon as the wife’s funeral procession came out, the husband also broke his breath, along with the pyre of both of them burnt.
(जौनपुर): बलरामपुर गांव के एक वृद्ध दंपती का अंतिम संस्कार एक ही चिता पर किया गया। पहले 83 वर्षीय पत्नी की मौत हुई। लोग अंतिम संस्कार के लिए निकले ही थे कि पता चला कि पत्नी के वियोग में 88 वर्षीय पति ने भी दम तोड़ दिया इसके बाद दोनों को एक ही चिता पर दाह संस्कार किया गया। अब पूरे क्षेत्र में लोग इस मार्मिक घटना की चर्चा कर रहे हैं।
बलरामपुर गांव निवासी पूर्व अध्यापक भवनाथ सिंह की पत्नी देवमती सिंह का निधन सोमवार की रात करीब 11 बजे हो गया। पत्नी की मौत से भवनाथ सिंह को गहरा आघात लगा। सुबह दाह संस्कार के लिए लोग जौहरगंज घाट लेकर जा रहे थे कि रास्ते में सूचना मिली कि पत्नी की जुदाई का गम भवनाथ सिंह सहन नहीं कर सके और उनके प्राण पखेरू उड़ गए। आनन-फानन में गांव के लोग और रिश्तेदार घर पहुंचे और उनके भी शव को लेकर जौहरगंज घाट गए। वहां एक ही चिता सजाई गई, जिस पर दोनों को एक साथ छोटे पुत्र अभय सिंह ने मुखाग्नि दी।
बताया जा रहा है कि भवनाथ सिंह का स्वास्थ्य इधर ठीक नहीं चल रहा था। वाराणसी के एक प्राइवेट अस्पताल में उपचार चल रहा था। मृत्यु के एक दिन पहले इनकी पत्नी अस्पताल से देख कर घर आई थीं और रात में निधन हो गया। पत्नी की मृत्यु की सूचना के बारह घंटे के अंतराल पर उन्होंने भी प्राण त्याग दिया। गांव वाले यहां तक बताते हैं कि ये दोनों लोग हमेशा साथ-साथ ही रहते थे। एक दूसरे का पूरा ख्याल रखना इनकी नियमित दिनचर्या में शामिल था। ऐसे में यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना रहा।