राजनीति – सिराथू सिट से लड़ने वाले में उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का विरोध, महिलाओं ने बंद किया दरवाजा
कौशांबी – उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सिराथू विधानसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतर रहे हैं. इस क्रम में केशव प्रसाद मौर्य शनिवार को सिराथू विधानसभा क्षेत्र के गुलामीपुर गांव गए थे. वहां उन्हें महिलाओं के विरोध का सामना करना पड़ा. केशव प्रसाद मौर्य पिछले 3 दिनों से लापता पंचायत पति राजीव मौर्य के घर गए थे. पीड़ित परिवार और गांव की महिलाओं ने उन्हें देखते ही घरों के दरवाजे बंद कर लिए. आक्रोशित महिलाओं ने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री को घर में प्रवेश तक नहीं करने दिया. बता दें कि चुनावी समय में इस तरह का विरोध और नाराजगी सत्तारूढ़ पार्टी की बेचैनी बढ़ा सकता है. उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसको लेकर पहले से ही प्रदेश का सियासी पारा चढ़ा हुआ है.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद यूपी में बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर सीएम योगी आदित्यनाथ का गोरखपुर और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का नाम कौशांबी की सिराथू सीट से घोषित किया गया था. वैसे तो कौशांबी हमेशा से यूपी के केशव प्रसाद मौर्य का आना-जाना होता था, लेकिन प्रत्याशी घोषित होने के बाद शनिवार को केशव प्रसाद मौर्य अपने चुनाव क्षेत्र सिराथू पहुंचे. सबसे पहले उन्होंने मां शीतला का दर्शन कर पूजा-अर्चना की. उन्होंने माता शीतला के दरबार में पारिवारिक पुरोहित बैरागी बाबा सहित अन्य धर्म गुरुओं ने पूजा-पाठ करवाया. फिर यहीं से उन्होंने अपने चुनावी प्रचार अभियान की शुरुआत की.
केशव प्रसाद मौर्य पार्टी में अपनी कर्तव्यनिष्ठा और जुझारूपन की बदौलत प्रदेश अध्यक्ष का पद हासिल किया था. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में अपनी संगठनात्मक कुशलता का लोहा मनवाते हुए सोशल इंजीनियरिंग कर प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई. सरकार में वह उपमुख्यमंत्री की हैसियत से विकास के नित नए कीर्तिमान स्थापित किए. मौजूदा समय में उनके बीच के लोग उन्हें मुख्यमंत्री के तौर पर देख रहे हैं और ऐसा कहा जाता है कि केशव का कद पूरे यूपी में बहुत तेजी से 2014 के बाद बढ़ा है.