राहत के बाद शिंदे गुट का ‘जोश हाई’, संजय राउत की मुश्किलें बढ़ीं – महाराष्ट्र के 10 बड़े अपडेट्स
Maharashtra Government Crisis -महाराष्ट्र संकट में उद्धव ठाकरे की मुख्यमंत्री की कुर्सी जाएगी, या बचेगी यह सवाल हर तरफ है. इस पूरे संकट के बीच तीन प्रदेशों में हलचल तेज है. पहला नाम महाराष्ट्र का है, दूसरा गुवाहाटी का और तीसरा दिल्ली का. बागी विधायकों को घेरने के लिए महाराष्ट्र में रणनीति बनाई जा रही है.
वहीं गुवाहाटी के रेडिसन ब्लू होटल में बागी विधायक उद्धव गुट को मात देने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं. तीसरी ओर दिल्ली में महाराष्ट्र के बीजेपी नेताओं का आना-जाना लगा हुआ है.
महाराष्ट्र में जारी शह और मात का यह खेल अबतक कहां तक पहुंचा उसके 10 बड़े अपडेट्स यहां जानिए
कल सुप्रीम कोर्ट ने बागी विधायकों की अर्जी पर अहम आदेश दिया, इससे एकनाथ शिंदे से लेकर उन 16 बागी विधायकों ने राहत की सांस ली है, जिन्हें डिप्टी स्पीकर ने अयोग्यता का नोटिस जारी कर दिया था. अब कोर्ट ने शिवसेना के बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने पर 12 जुलाई तक रोक लगा दी है. फिलहाल बागी विधायक 12 जुलाई तक गुवाहाटी में ही रुक सकते हैं. फिलहाल गुवाहाटी के रेडिसन ब्लू होटल में बागियों का जोश हाई है, अब वे होटल में पहले के मुकाबले ज्यादा सहज भी नजर आने लगे हैं. घर पर बात करने के लिए सिम कार्ड, घर जैसा खाना सबकी व्यवस्था धीरे-धीरे हो रही है.
सुनवाई के बाद कोर्ट ने महाराष्ट्र पुलिस, केंद्र सरकार, शिवसेना और डिप्टी स्पीकर को नोटिस जारी किया. अब डिप्टी स्पीकर को हलफनामा दाखिल करना होगा कि आखिर किन किन विधायकों ने डिप्टी स्पीकर को हटाने के लिए कब कब नोटिस भेजा और किस नियम के तहत डिप्टी स्पीकर ने उनको खारिज कैसे किया? सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी की कि डिप्टी स्पीकर अपने ही खिलाफ दी गई अर्जी पर खुद ही जज कैसे बन गए?
सुप्रीम कोर्ट में बागी विधायकों की तरफ से एक अहम बात और कही गई. कोर्ट में दावा किया गया कि उद्धव गुट अल्पमत में हैं और शिंदे को शिवसेना के 37 से ज्यादा विधायकों का समर्थन मिला हुआ है.
डिप्टी स्पीकर के साथ-साथ संजय राउत की मुश्किलें भी बढ़ती दिख रही हैं. उनको ईडी ने पात्रा चॉल भूमि घोटाले में पूछताछ के लिए समन भेजा है. हालांकि, संजय राउत आज पूछताछ में शामिल नहीं होने वाले. वह आज अलीबाद में रैली को संबोधित करने वाले हैं.
महाराष्ट्र के सियासी संकट के बीच बीजेपी का बड़ा बयान आया है. कहा गया है कि ना तो उन्होंने शिंदे से सपर्क किया है और ना शिंदे कैंप से कोई प्रस्ताव उनके पास आया है. जानकारों के मुताबिक, महाराष्ट्र में बीजेपी फ्लोर टेस्ट की मांग नहीं करेगी. लेकिन कुछ छोटे दल ऐसा जरूर कर सकते हैं.
इसके साथ-साथ कल बीजेपी ने एकनाथ शिंदे गुट को असली शिवसेना बताया. कोर कमेटी की बैठक के बाद सुधीर मुनगंटीवार ने यहां तक कहा कि अगर सरकार बनाने का प्रस्ताव आता है तो इसपर चर्चा की जाएगी.
इसके साथ-साथ एकनाथ शिंदे गुट भी बीजेपी संग गठबंधन पर जोर दे रहा है. एकनाथ शिंदे गुट ने दोबारा उद्धव से बीजेपी के साथ गठबंधन की मांग की है. दीपक केसरकर ने खुली चिट्ठी में इसे स्वाभिमान की लड़ाई बताया और एनसीपी और कांग्रेस को घेरा.
वहीं दूसरी तरफ नंबर गेम भले उद्धव खेमे के पक्ष में ना हो लेकिन महाविकास अघाड़ी गठबंधन हार मानता नहीं दिख रहा है. सियासी रणनीति बनाने के लिए उद्धव के साथ MVA नेताओं की बैठक हुई थी. इसके बाद नाना पटोले ने दावा किया कि हमारे पास पूरा बहुमत है. दूसरी तरफ बागियों को आदित्य ठाकरे ने एक ऑफर भी दिया. वह बोले कि जो वापस आना चाहते हैं उनके लिए दरवाजे खुले हैं.
हालांकि, बागी विधायकों पर एक्शन लेने से भी उद्धव गुट नहीं चूक रहा. बागी हो चुके 9 मंत्रियों से कल ही सभी विभाग छीन लिये गए. ये सभी विभाग दूसरे मंत्रियों को सौंप दिये गए हैं जो अभी उद्धव के साथ ही हैं. शिवसेना में फिलहाल सिर्फ 4 कैबिनेट मंत्री हैं. बगावत से पहले तक पार्टी के 10 कैबिनेट मंत्री और चार राज्यमंत्री थे.
महाराष्ट्र में ऐसी भी चर्चाएं गर्म हैं कि बागी विधायक शिवसेना को पटखनी देने के लिए उद्धव के भाई राज ठाकरे की MNS से हाथ मिला हैं. जानकारी के मुताबिक, शिंदे और राज ठाकरे की अबतक तीन बार फोन पर बात हो चुकी है.