नेता जी सुभाष चन्द्र बोस का व्यक्तित्व अपने आप में राष्ट्रवाद का रूप है – रामकुमार गुप्ता ||
नेता जी सुभाष चन्द्र बोस का व्यक्तित्व अपने आप में राष्ट्रवाद का रूप है – रामकुमार गुप्ता |
(सन्तोष कुमार सिंह)
वाराणसी :- राष्ट्रवादी चिन्तक मंच अमृत महोत्सव की कड़ी में 1943 में श्रद्धेय सुभाष चन्द्र बोस पहली बार पोर्टब्लेयर रास द्वीप पर यूनाइटेड फ्री इंडिया के प्रधान मंत्री के रूप में झंडा फहराया था दीतीय विश्व युद्ध में जापान ने अंडमान निको बार द्वीप समूह जितने के बाद आजाद हिंद फौज को सुपुर्द कर दिया था नेता जी के राष्ट्रवाद और अखंड भारत की सोच सही दिशा में थी।
राष्ट्रवादी चिन्तक मंच के प्रधान कार्यालय पर नेता जी सुभाष चन्द्र के आजाद हिंद फौज के शौर्य पराक्रम और उनके त्याग की कल्पना मात्र से उन लोगो के श्रध्दा और कृतज्ञता की भावना परिलक्षित है नेता जी सुभाष चन्द्र बोस का व्यक्तित्व अपने आप में राष्ट्रवाद का रूप है। आज के दिन की याद सुभाष चन्द्र बोस को याद में रख कर उनके गुणों को तुलनात्मक समीक्षा कर ये लगा की इनको आजाद भारत का प्रधान मंत्री रहते तो बात कुछ और होती |
कार्यक्रम में संगठन के महासचिव शालेंद्र श्रीवास्तव, आयुष कुमार, रामायण यादव,आदि उपस्थित थे ||