नर्क के दरवाजे का खुल जाएगा अब रहस्य! देखने जाएंगे लोग

नर्क के दरवाजे का खुल जाएगा अब रहस्य! देखने जाएंगे लोग
पर्यटक अब देख सकते हैं ‘नर्क का द्वार
वैसे इस द्वार को लेकर 2013 में भी हो चुकी है एक स्टडी
तुर्की में मौजूद है यह जगह
2013 में हो चुकी है स्टडी
अब ‘नर्क का द्वार’ देखने का मौका लोगों को मिल सकेगा. यह द्वार तुर्की के वेस्टर्न प्रोविंस के डेनिज्ली में मौजूद है जो 21 जून को पहली बार पर्यटकों के लिए खोला गया.
डेलीसबाह की रिपोर्ट के अुनसार, इससे पहले यह जगह पर्यटकों के लिए बंद थी. इस जगह के बाहर ग्रीक देवता हडेस की मूर्ति है. जिन्हें ‘गॉड ऑफ द अंडरवर्ल्ड’ कहा जाता है. उनकी मूर्ति में उनके साथ सर्बरस नाम का कुत्ता भी मौजूद है, जिसके तीन सिर हैं.
इस जगह का नामकरण वैज्ञानिक और धार्मिक दोनों तथ्यों के आधार पर है. बहुत समय पहले यहां बलि के लिए लाए जाने वाले पशु मैदान में संकरे रास्ते से लाए जाते थे, ये बलि देवताओं को प्रसन्न करने के लिए दी जाती थी.
2013 में हुई स्टडी
2013 में इटली के प्रोफेसर फ्रांसेस्को डी आंद्रिया ने एक स्टडी शुरू की, इस स्टडी में सामने आया कि जिस गेट पर जानवरों की बलि दी जाती थी, वहां मौजूद मैदान से बड़ी मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन हो रहा है.
2013 के अभियान के बाद, इस क्षेत्र को जहरीले उत्सर्जन के कारण सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया. क्योंकि कई सदियों से किसी का ध्यान इस ओर नहीं गया था. इससे पहले लोगों को ध्यान ‘गेट’ तक ही सीमित था.
क्या बोले यहां आने वाले लोग
टूर गाइड मुहर्रम अल्दीबस ने बताया ‘नर्क का दरवाजा’ एक खास जगह है. वह पहले इस जगह आना चाहते थे, यह जगह Pamukkale आने वाले लोगों का ध्यान खींचेगी.
बुर्सा से पहुंची पर्यटक Hatice Şentürk ने बताया कि वह यहां के गेट के अस्तित्व के बारे में जानती थीं. वह यहां आने वाली पहली यात्रियों में से एक हैं. ऐसे में वह काफी खुश हैं. आज तक