हर दिन करोड़ों रुपए का कारोबार करने वाला अपर बाजार एक अच्छी सड़क के लिए पिछले सात सालों से इंतजार कर रहा है।

हर दिन करोड़ों रुपए का कारोबार करने वाला अपर बाजार एक अच्छी सड़क के लिए पिछले सात सालों से इंतजार कर रहा है। जी हां, स्टेट के सबसे बड़े मार्केटिंग हब राजधानी रांची के बीचोबीच स्थित अपर बाजार में कई सड़कों की हालत जर्जर बनी हुई है।

लोग सालों से इनके बनने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन यह इंतजार खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। अपर बाजार का पिंजरापोल रोड जो धर्मकांटा से होते हुए गौशाला चौक तक जाता है। यहां रहने वाले लोग इस इंतजार में हैं कि सड़क कब बनेगी। बरसात के मौसम में तो इन सड़कों की हालत और भी खराब हो गई है। सात साल पहले इस सड़क का निर्माण हुआ तब से अब तक किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।

अग्रसेन पथ भी जर्जर

अपर बजार में ही स्थित अग्रसेन भवन रोड की हालत भी जर्जर है। इस सड़क पर कई खुदरा दुकानें और थोक की दुकाने भी हैं। हर दिन इस इलाके से करोड़ों रुपए का कारोबार होता है। यहां के व्यवसायी टैक्स भी देते हैं, लेकिन रांची नगर निगम इस सड़क की ओर नजरें इनायत नहीं करता है। यहां जिन लोगों का आसपास में घर है उन लोगों को बरसात के दिनों में काफी जलालत झेलनी पड़ती है।

पास ही नगर निगम ऑफिसअपर बाजार की इन दो सड़कों के अलावा कई अन्य सड़कों की हालत भी जर्जर बनी हुई है। राज्य की आर्थिक राजधानी अपर बाजार ही है, यहां झारखंड के अलावा दूसरे राज्यों के व्यापारी भी आते हैं। लेकिन इस इलाके में घुसते हीं खराब सड़कों से उनका सामना होता है। यहां व्यवसाय करने वाले व्यवसायी करोड़ों रुपए सरकार को टैक्स के रूप में देते हैं, लेकिन उनके इलाके की सड़क की हालत जर्जर है।

इस इलाके से पांच मिनट की दूरी पर नगर निगम का कार्यालय है, लेकिन किसी का ध्यान इस ओर नहीं जा रहा है।अपर बाजार स्थित अग्रसेन रोड और धर्मकांटा वाली सड़क बनाने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। अग्रसेन पथ का टेंडर भी फाइनल हो चुका है, एजेंसी का चयन भी कर लिया गया है। बरसात खत्म होते ही यह सड़क बना ली जाएगी। धर्मकांटा वाली सड़क का एस्टीमेट बना लिया गया है। बरसात के बाद इसका भी टेंडर हो जाएगा, इस साल दोनों सड़कों का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा।

 क्या कहती है पब्लिक

अपर बाजार की सड़क कई सालों से खराब पड़ी हैं। शहर के सभी लोगों का इस सड़क से हर दिन आना-जाना होता है, लेकिन सड़क नहीं बन रही है। राजधानी की यह हालत है तो राज्य के दूसरे शहरों का क्या हाल होगा, इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।

आनंद धानुका

राजधानी रांची स्थित स्टेट का सबसे बड़ा मार्केटिंग हब अपर बाजार है, उसकी यह हाल है। इससे क्या संदेश जाएगा, यहां व्यापार करने के लिए राज्य के अलावा दूसरी जगहों से भी लोग आते हैं, लेकिन यह सड़क अब तक नहीं बन पा रही है। सड़क की हालत कई सालों से ऐसी ही है।आनंद गोयल

अपर बाजार की इन सड़कों का निर्माण कराने के लिए कई बार नगर निगम से निवेदन किया गया। लेकिन निगम का इस पर कोई ध्यान ही नहीं है। यहां से करोड़ों रुपए राजस्व के रूप में सरकार को मिलते हैं, लेकिन सड़क बनाने पर किसी का ध्यान नहीं है।

मनोज बजाज

अपर बाजार की सभी सड़कों की हालत कुछ इसी तरह है। एक तो यहां संकरी गलियां है, ऊपर से वो भी जर्जर। शहर के बीचोबीच स्थित इस सड़क की हालत जर्जर हो चुकी है। इस सड़क से हमलोग कई बार गुजरते हैं, लेकिन कई सालों से हालत जस की तस बनी हुई है।

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